लखनऊ। मुख्यालय मध्य उत्तर प्रदेश सब एरिया के तत्वावधान में सैन्य कानून का सशस्त्र बलों में उपयोग विषय पर परिचर्चा का आयोजन लखनऊ छावनी में आज किया गया। परिचर्चा में मेजर जनरल आरएस माल्वे ने बताया कि सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के लखनऊ पीठ ने 4,774 से अधिक वादों का निपटारा किया गया है। इस अवसर पर क्षेत्रीय सशस्त्र बल न्यायाधिकरण,एएफटी, लखनऊ खंडपीठ के सदस्य ले. जनरल ज्ञान भूषण,सेवानिवृत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
मध्य कमान के सेनाध्यक्ष ले. जनरल बलवंत सिंह नेगी की ओर से ले. जनरल ज्ञान भूषण ,सेवानिवृत का स्वागत मध्य कमान के डिप्टी जज एडवोकेट जनरल ब्रिगेडियर डीके अहलुवालिया ने किया । मध्य यूपी सब एरिया के जनरल आॅफीसर कमांडिंग मेजर जनरल आरएस माल्वे ने उपस्थिजनों को संबोधित करते हुए कहा कि सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के लखनऊ पीठ द्वारा 4774 से अधिक वादों का निपटारा किया गया है। मेजर जनरल माल्वे ने कहा कि सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के विधिक प्रकोष्ठ ने रिर्काड टाइम में त्वरित न्यायिक प्रक्रिया के तहत वादों को निपटाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है । मेजर जनरल माल्वे ने आगे कहा कि सशस्त्र बल न्यायाधिकरण लखनऊ देश भर के सशस्त्र बल न्यायाधिकरणों में से सर्वश्रेष्ठ न्यायाधिकरण है। इस परिचर्चा में जज एडवोकेट जनरल शाखा के अधिकारियों द्वारा न्यायिक परिवादों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई ,जिसमें डिस्चार्जध्डिस्मिसल आॅर्डर एवं डिस्चार्ज सर्टिफिकेट, संगठन का संक्षिप्त परिचय एवं एएफटी लखनऊ खंडपीड के कार्यों पर चर्चा, आदि शामिल हैं। परिचर्चा के अंतिम सत्र में मध्य कमान के डिप्टी जज एडवोकेट जनरल ब्रिगेडियर डीके अहलुवालिया ने मध्य कमान के अंतर्गत आनेवाले परिक्षेत्रों के रेजिमेन्टल सेन्टर के मुख्य अभिलेख अधिकारियों एवं अभिलेख अधिकारियों द्वारा उठाये गये मुद्दों पर अपने व्याख्यान दिये। मध्य कमान के सेनाध्यक्ष के दिशानिर्देशन में इस तरह के कानूनी जागरूकता कैप्सूल का आयोजन क्रमवार रूप में आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले सेना के अधिकारियों के लिए इलाहाबाद सैन्य स्टेशन में भी इसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इस परिचर्चा में मध्य कमान के अंतर्गत आनेवाले परिक्षेत्रों के सभी रेजिमेन्टल सेन्टर के मुख्य अभिलेख अधिकारी एवं अभिलेख अधिकारियों सहित 40 से अधिक सेना के अधिकारियों ने भाग लिया।