नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आर.बी.आई.) के गवर्नर उर्जित पटेल ने दावा किया है कि कैश की किल्लत जल्द दूर हो जाएगी।
उर्जित पटेल शुक्रवार को पब्लिक अकाउंट्स कमेटी PAC के सामने पेश हुए। उन्होंने कमेटी को बताया कि खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति सुधारने के लिए काफी कोशिश की जा रही है।
शुक्रवार को पटेल पीएसी के सामने नोटबंदी के बाद के असर को बताने के लिए पेश हुए। पटेल ने पीएसी को बताया कि वित्तीय खुफिया यूनिट और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अनियमित डिपॉजिट की जांच कर रही हैं। पटेल ने कहा कि शहरी इलाकों में नोटबंदी के बाद उपजे नकदी संकट का करीब-करीब समाधान हो चुका है।
उन्होंने बताया कि अब ग्रामीण इलाकों में नकदी संकट को दूर करने की कोशिश की जा रही है। आर.बी.आई. गवर्नर ने पीएसी को बताया कि नोटबंदी का असर थोड़े समय के लिए जीडीपी पर पड़ा है, पर लंबे समय में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
उर्जित पटेल ने बताया कि बैंकों और सर्विस प्रदाताओं से बात कर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कॉस्ट को कम करने की कोशिश की जा रही है।इस हफ्ते उर्जित पटेल वित्त की स्थाई समिति के सामने भी पेश हुए थे। उर्जित पटेल ने समिति को बताया था कि नोटबंदी के बाद से 9.2 लाख करोड़ के नए नोट सिस्टम में डाल दिए गए हैं।
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