लखनऊ। जिले में बिल्डर और भूफिया गरीबों और सरकारी जमीनों पर कब्जा करने का सिलसिला थम नहीं रहा है। कई रसूखदार भी गरीबों की जमीन कब्जा करने का प्रयास में जुटे है।
ये रसूखदार कोई और नहीं बल्कि दो पूर्व पूर्व प्रदेश की जनता की जान-माल की हिफायजत करने वाले अफसर रहे है। एक वेबा महिलाने पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव पर अपनी जमीन कब्जा करने का प्रयास का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर जान-माल की हिफाजत और जमीन बचाने की गुहार लगाई है। जिलाधिकारी जीएस प्रियदर्शी ने एसडीएम सरोजनीनगर को मामले की जांच सौंप नियमानुसार काईवाई करने को कहा है।
सत्ता चाहे जिसकी हो या सर्वोच्च पद से सेवामुक्त हो चुके हो। रसूखदारों के आगे आम आदमी बेसब है, प्रदेश सरकार के एक रिडायर्ड डीजीपी का रसूख गरीब पर कहर बन गया है। पूर्व अफसर की धमक इतनी है कि एक बेवा महिला की फरियाद थाने और तहसील में सुनी नहीं जा रही। थकहार कर बेवा महिला ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है।
मामला पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव से जुड़ा है। पूर्व डीजीपी पर आरोप है कि वह एक महिला की जमीन पर जबरन कब्जा कर रहे है। जिला अमेठी की रहने वाली स्वर्गीय ओम प्रकाश यादव की पत्नी गुड्डा का आरोप है कि हरिहरपुर के बार्डर पर उनकी जमीन है। उनके बगल में पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव सरोजनीनगर तहसील क्षेत्र के मुजफ्फर नगर घुसवल, परगना बिजनौर में संक्रमणीय भूमिधर काश्तकार है।
महिला का दावा है कि वह अपनी जमीन पर काबिज और दाखिल है। महिला का आरोप है कि प्रदेश में पूर्व पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव उनकी करीब चार बीधा जमीन पर कब्जा करना चाहते है। महिला ने बताया कि उनकी जमीन के पास पूर्व डीजीपी की भूमि है और वह उनकी भी भूमि पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे है।
महिला का आरोप है कि 19 मार्च 2017 को पूर्व डीजीपी ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। बकौल गुड्डा 19 मार्च को पूर्व डीजीपी के हथियारों से लैस समर्थकों ने उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। जानकारी मिलने पर उन्होंने गोसाईगंज थाने को सूचना दी।
उनका कहना है कि मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी भी पूर्व डीजीपी के रसूख के आगे कुछ सुनने को तैयार नहीं हुए। महिला का आरोप है कि थाने पर भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। महिला ने जिलाधकारी को प्रार्थना पत्र देकर विधिक कार्रवाई करने और भूमि की पैमाइश कराने की मांग की है। महिला की फरियाद पर जिलाधिकारी जीएस प्रियदर्शी ने एसडीएम सरोजनीनगर को जांच कर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
आरोप बेबुनियाद
पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव का कहना है कि उन पर लगे सारे आरोप बेबुनियाद हैं। जिस जगह महिला अपना जमीन होने का दावा कर रही है, वहां उसकी कोई जमीन नहीं है। उसकी जमीन गाटा संख्या 637 में 11820 मीटर थी, लेकिन वह उससे कहीं अधिक जमीन बेच चुकी है। करीब 39 लोगों को फर्जी रजिस्ट्री भी की जा चुकी है। उनकी जमीन पूरी करने के लिए ही वह बेवजह के आरोप लगा रही हैं।