लखनऊ:मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि डाॅ0 राम मनोहर लोहिया एवं जय प्रकाश नारायण जैसे समाजवादी चिंतकों एवं विचारकों पर आधारित पुस्तकों को पढ़ने के साथ-साथ इनके दर्शन को भी समझना जरूरी है। प्रोफेसर राम गोपाल यादव के विभिन्न मुद्दों पर संसद में दिये गये भाषण समाजवादी विचारधारा के परिचायक हैं। उनके भाषणों पर आधारित पुस्तक ‘संसद में मेरी बात’ को पढ़ने से पता चलता है उन्होंने केवल विभिन्न समस्याओं पर विचार ही नहीं व्यक्त किये गये हैं, बल्कि समस्याओं के स्थाई समाधान के सुझाव भी दिये हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी विचारधारा के सम्बन्ध में समझ पैदा करने के लिए यह एक उपयोगी पुस्तक है।प्रो0 राम गोपाल यादव को उनके जन्मदिन पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यहां डाॅ0 राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित ‘संसद में मेरी बात’ पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होनंेे कहा कि प्रो0 राम गोपाल यादव ऐसे महान चिंतकों के विचारों से अच्छी तरह से वाकिफ हैं। इसलिए उन्होंने संसद में पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए, जो विचार रखे वे समाजवादी परम्परा को और अधिक सुदृढ़ एवं दूरगामी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी आदरणीय नेताजी के आदर्शाें पर चलने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि इसी विचारधारा पर चलते हुए ही समाज के सभी वर्गाें एवं क्षेत्रों का विकास किया जा सकता है।
समाजवादी विचारधारा तर्कसंगत एवं उदारः मुलायम सिंह
इस मौके पर पार्टी अध्या मुलायम सिंह यादव ने कहा कि जनसमस्याओं के समाधान के लिए समाजवादी विचारधारा अधिक तर्कसंगत एवं उदार है। उन्होंने कहा कि देश एवं प्रदेश की समस्याओं एवं कठिनाइयों को लेकर समाजवादी पार्टी की सोच अधिक व्यवहारिक एवं सर्वमान्य है। इसलिए इस परम्परा को आगे बढ़ाया जाना चाहिए और यह तभी सम्भव है, जब समाजवादी विचारधारा में विश्वास रखने वाले कार्यकर्ता और नेता इससे सम्बन्धित पुस्तकों को पढ़ें-लिखें और समझें। उन्होंने नौजवानों से प्रो0 राम गोपाल यादव की पुस्तक को पढ़ने की अपील की।