गुवाहाटी। असम में बाढ़ की स्थिति काफी गभीर बनी हुई है। असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथारिटी (एएसडीएमए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार आज बुधवार को बाढ़ का पानी नए इलाकों में प्रवेश कर गया है। बाढ़ से राज्य के 18 जिलों के लगभग 16 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। एएसडीएमए की ओर जारी अधिकृत तथ्यों के अनुसार बाढ़ प्रभावित 1.27 लाख लोग राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 322 राहत शिविरों में आश्रय लिए हुए हैं। ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों ने मुख्य रूप से लखीमपुर, मोरीगांव, नगांव, बरपेटा और धुबड़ी जिलों में काफी तबाही मचाई है।
कामरूप, नलबाड़ी, जोरहाट, धेमाजी, दरंग, तिनसुकिया, गोलाघाट, चिरांग, डिब्रूगढ़ और कोकराझाड़ के साथ ही अन्य कई जिलों में बाढ़ के पानी में सड़के और पुल बह गए हैं। अधिकृत आंकड़ों के अनुसार काजीरंगा राष्ट्रीय अभ्यारण्य का 85 प्रतिशत हिस्सा बाढ़ के पानी में डूब गया है। काजीरंगा में पानी भर जाने के चलते अवैध शिकार रोधी 20 शिविरों के डूब जाने से उन्हें ऊंचाई वाले स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। काजीरंगा प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार अभ्यारण्य में दो गैंडे, एक भैंसा और तीन हिरणों की बाढ़ में बह जाने से मौत हो गई। जबकि 7 हिरणों की मौत राष्ट्रीय राजमार्ग-37 को पार करते समय वाहनों की चपेट में आने से हो गई।
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