लखनऊ। अनुप्रिया पटेल के मंत्रि परिषद के केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के साथ ही अपना दल में रहा सहा अपनापन भी खत्म हो गया। यूपी की मिर्जापुर सीट से लोकसभा पहुंची अनुप्रिया पटेल ने मंगलवार को मोदी मंत्री परिषद में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा के साथ अपने भविष्य को संवारने में लगीं अनुप्रिया पटेल नें बीते दिनों कहा था कि जल्द अपना दल का विलय जल्द ही भाजपा में हो जाएगा। हालांकि शपथ लेने के बाद उन्होंने इस बात पर अपने पत्ते नहीं खोले कि उनके धड़े का भाजपा में विलय हुआ या नहीं। इन सब के बावजूद अनुप्रिया पटेल ने कहा कि वे आज हो कुछ हैं अपने माता-पिता के आशीर्वाद से हैं।

जो मां की नहीं हुई वह मोदी की क्या होगी – कृष्णा पटेल
अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल भाजपा नेतृत्व द्वारा खुद से बातचीत किये बिना अनुप्रिया पटेल को कैबिनेट में लिये जाने से नाराज हैं और संभव है कि उनकी पार्टी एनडीए गंठबंधन से बाहर हो जाये। कृष्ण पटेल ने कहा है कि अनुप्रिया पटेल अपना दल में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जो स्वार्थ में मां की नहीं हुई वह मोदी की क्या होगी।

पार्टी से बात करनी चाहिए थी- हरिवंश सिंह
कृष्ण पटेल के समर्थक अपना दल सांसद हरिवंश सिंह ने कहा है कि भाजपा नेतृत्व को कृष्ण पटेल से बात कर ही अनुप्रिया को मंत्री बनाने पर फैसला लेना चाहिए, ऐसा नहीं किये जाने से हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष दुखी हैं।

हरिवंश सिंह की बोलने की हैसियत नहीं- अनुप्रिया
अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि हरिवंश सिंह पार्टी के बल पर ही संसद का मुंह देख पाये हैं और उनकी हैसियत नहीं है कि वे मुझ पर कुछ बोलें। अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन कुर्मी समाज व पूर्वांचल में अपने समुदाय में अच्छी पकड़ रखने वाले इस परिवार के बीच कलह चरम पर है।
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