नई दिल्ली। जूनियर विश्वकप हॉकी टूर्नामेंट में भारतीय हॉकी टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर जीत की हैट्रिक लगा दी। भारत ने 2-1 से मैच अपने नाम किया। इसी जीत के साथ भारत ने पूल डी में पहला स्थान हासिल कर लिया है।
भारत ने पूल डी के पहले मुकाबले में कनाडा-इग्लैंड हराया-
इससे पहले भारत ने गुरुवार को पूल डी के पहले मुकाबले में कनाडा को 4-0 से रौंद दिया था। भारत ने कनाडा के खिलाफ मुकाबले में बेहतर प्रदर्शन किया था और जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की।
भारत को पहले गोल के लिए हालांकि 35वें मिनट तक इंतजार करना पड़ा था। शनिवार को हुए अपने दूसरे मैच में भारत ने इंग्लैंड को 5-3 से काबू पाते हुए जूनियर विश्वकप हॉकी टूर्नामेंट के पूल डी में अपनी लगातार दूसरी जीत दर्ज की थी।
इंग्लैंड के खिलाफ मैच में 59 वें मिनट तक 5-1 की मजबूत बढ़त बना ली थी लेकिन इंग्लैंड ने आखिरी 10 मिनटों में चार मिनट के अंतराल में दो गोल दागकर मैच को रोमांचक बना दिया था।
मैच ड्रा होने पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा
भारत के लिए अच्छी खबर ये है कि अगर वे मैच ड्रॉ भी करते हैं, तो नॉक आउट राउंड में जर्मनी के खिलाफ खेलने से बच जाएंगे। जर्मनी ने सबसे ज्यादा बार खिताब जीता है। उसने पूल सी में टॉप पर जगह बना ली है।
भारत अगर पूल डी में टॉप पर रहता है, तो उसे पूल सी की दूसरे नंबर की टीम से खेलना होगा। भारत के छह अंक हैं और उसका गोल अंतर प्लस छह का है। इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका दोनों के तीन-तीन अंक हैं। इन दोनों का गोल अंतर जीरो है।
यानी भारत को बाहर करने के लिए इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका दोनों को अपने-अपने मैच सात गोल के अंतर से जीतने होंगे, जो लगभग नामुमकिन नजर आ रहे हैं।
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