लखनऊ। बसपा सुप्रीमों मायावती ने अरूणांचल प्रदेश में राजभवन के माध्यम से दलबदल को बढ़ावा देने वाली वाली भाजपा सरकार बनाने के प्रयास को तगड़ा झटका मिलने के उच्चतम फैसले के फैसले को ऐतिहासिक फैसला बताया है। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय की पाँच जजों की संविधान पीठ ने बुधवार को अपने फैसले में अरूणांचल प्रदेश के राज्यपाल के उन सभी फैसलों को रद्द घोषित कर दिया जिसके माध्यम से वहाँ राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। न्यायालय ने गत वर्ष 15 दिसम्बर की स्थिति को बहाल करते हुये वहाँ पूर्व की कांग्रेस सरकार को स्थापित कर दिया है। यह पहला मौका है जब पुरानी सरकार को तब बहाल कर दिया गया है जब नयी सरकार ने उसकी जगह लेकर करीब सात महीने तक काम कर लिया था।मायावती ने कहा कि इससे पहले उत्तराखण्ड में भी ऐसा साफ तौर पर लगा था कि केन्द्र की सरकार संविधान की सही मंशा के अनुसार काम नहीं करके वहाँ की राज्य सरकार को हटाया था, जिसके सम्बन्ध में भी उच्च न्यायालय ने काफी सही समय पर अपना सख्त फैसला सुनाया था।उन्होंने कहा कि न्यायालय के इस प्रकार के फैसलों से केन्द्र की सरकार को सबक सीखना चाहिये और संविधान की मंशा के अनुसार सही रास्ते पर चलने का प्रयास करना चाहिये। इस फैसले से वह जितनी जल्दी सबक सीखे देशहित में वह इतना ही बेहतर होगा।