अच्छी नौकरी पाने की लालच में अपने घर मुंबई से भागकर आई एक युवती आर्केस्ट्रा वालों के हत्थे चढ़ गई। उसे चार साल से आर्केस्ट्रा में डांस करवाया जा रहा था। युवती ने एक निर्णय लिया और चलते हुए वाहन से कूद गई। उसने ग्रामीणों से गुहार लगाई तब जाकर उसकी जान बची। यह वाकया संतकबीर नगर जिले के मेहदावल थाना क्षेत्र की बात है।
पीड़ित लड़की ने बताया कि चार वर्ष पहले एक सहेली ने मुझे मेरे घर मुंबई से बहला फुसला कर अच्छी नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर भगा ले आई। इस दौरान उसने एक आर्केस्ट्रा संचालक को मुझे सौंप दिया। तबसे लेकर आज तक मुझे केवल भोजन दिया जाता है। आर्केस्ट्रा वाले एक पैसा भी नहीं देते हैं। जो देते हैं वही कपड़ा पहनने को मिलता है।
पिछले चार साल से पारिश्रमिक दिए बगैर आर्केस्ट्रा में डांस कराया जा रहा है। इस दौरान मुझे मेरे परिजनों से भी संपर्क नही करने दिया गया। मेरे साथ दुष्कर्म भी होता रहता है। उसने बताया कि शुक्रवार को महराजगंज जिले के पनियरा में आर्केस्ट्रा में डांस करने का कार्यक्रम था। मुझे गाड़ी पर बैठाया गया। मेहदावल के बीएमसीटी मार्ग के बीमापर गांव के पास पहुंची थी कि ड्राइवर ने छेड़छाड़ शुरू कर दी। तभी मैने निर्णय लिया कि अब चलती गाड़ी से कूद जाना है। इससे या तो मेरी मौत हो जाएगी अथवा मैं बच जाऊंगी। यही सोचकर चलते वाहन से कूद गई। उसके बाद शोर मचाने लगी। ग्रामीण पहुंचे तो उनसे अपनी आपबीती बताई। उसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों को थाने पर लेकर चली गई। इस बारे में बात करने पर मेहदावल के थानाध्यक्ष गौरव सिंह ने बताया कि लड़की को महिला सिपाही की कस्टडी में रखा गया है तथा आरोपी ड्राइवर को बैठाया गया है। मामले की छानबीन के लिए आर्केस्ट्रा संचालक को बुलाया जा रहा है।
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