लखनऊ। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने 500 और 1000 रूपये के नोट बंद करने के केन्द्र सरकार के कदम को तानाशाही करार दिया है। देश के करोड़ों गरीबों और मेहनतकशों को इससे पीड़ा हो रही है। सरकार इस पीड़ा को समझ ना पाई तो उसके बुरे दिन दूर नहीं।
यह जनता में आम चर्चा भी है। हाल में ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस फैसले को बसपा के लिए आर्थिक आपातकाल करार दिया था। जिस पर मायावती ने कहा कि शाह को शायद मालूम नहीं है कि जमीन से जुड़े बसपा के छोटे बड़े कार्यकर्ताओं ने कठिन से कठिन समय में भी अपनी पार्टी को आर्थिक तकलीफ नहीं होने दी है और वे पूरे तन, मन, धन से बसपा मूवमेंट को सहयोग करते रहे हैं, जिससे पूरा देश वाकिफ है।बसपा सुप्रीमो ने केन्द्र और भाजपा को सलाह दी कि वह इस अपरिपक्व में जो गंभीर कमियां हैं, उन्हें छिपाने की बजाय जल्द दूर करने का प्रयास करे।
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