नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि रविवार को गोवा में समाप्त हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में राज्य प्रायोजित तथा राज्य संरक्षित आतंकवाद की पहचान ‘सबसे बड़ी’ चुनौती के रूप में की गई। जहां तक इस खतरे से निपटने की बात है, तो किसी देश द्वारा यह अब नहीं चलेगा। सुषमा स्वराज ने इशारों में ही आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान पर निशाना साधा।
सुषमा स्वराज ने कहा, ‘‘राज्य प्रायोजित व राज्य संरक्षित आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौती है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में यह सहमति बनी है कि जहां तक आतंकवाद से निपटने की बात है, तो किसी देश द्वारा यह अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’’
मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद की पहचान शांति के लिए वैश्विक चुनौती के रूप में की गई है, जो एक वास्तविक वैश्विक चुनौती है।