मुंबई । होम लोन ग्राहकों की ईएमआई जल्द ही कम हो सकती है। रिजर्व बैंक ने बुधवार को होम लोन पर रिस्क वेटेड प्रोविजन घटा दिए हैं, जिससे इसकी दरों में कमी आ सकती है। आरबीआई ने होम लोन पर स्टैंडर्ड ऐसेट प्रोविजन भी कम किए हैं।
रिजर्व बैंक ने कहा कि होम लोन पोर्टफोलियो के हेल्दी परफॉर्मेंस को देखते हुए उसने कुछ कैटेगरी के ऐसे लोन का रिस्क वेटेज कम करने का फैसला किया है। स्टैंडर्ड एसेट्स के लिए प्रोविजनिंग 0.15 पर्सेंट घटाकर 0.40 पर्सेंट से 0.25 पर्सेंट कर दिया गया है।
रिजर्व बैंक ने एक सर्कुलर में कहा, ‘हाउसिंग सेक्टर की अहमियत को देखते हुए और इकॉनमी पर इसके प्रभाव की वजह से रिजर्व बैंक ने कुछ कैटिगरी के होम लोन पर रिस्क वेटेज कम करने का फैसला किया है। यह कदम बुधवार से ही लागू किया जा रहा है।’ 75 लाख रुपये से अधिक का होम लोन, जिस पर लोन टु वैल्यू (एलटीवी) 75 पर्सेंट से अधिक है, उसके लिए रिस्क वेट को 25 पर्सेंट घटाकर 50 पर्सेंट कर दिया गया है। 30 लाख रुपये से 75 लाख के होम लोन, जिसका एलटीवी रेशियो 80 पर्सेंट से अधिक है, उसके लिए रिस्क वेटेज को घटाकर 35 पर्सेंट पर किया गया है।
प्रॉपर्टी की कीमत का जितना अधिकतम लोन दिया जा सकता है, उसे एलटीवी कहते हैं। इस बारे में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंश कंपनी के वाइस चेयरमैन गगन बंगा ने कहा, ‘स्टैंडर्ड ऐसेट्स के रिस्क वेटेज में 0.15 पर्सेंट की कमी से ब्याज दरों में 0.03-0.04 पर्सेंट की कमी आएगी।’ उन्होंने कहा कि रिस्क वेटेज में कमी से बॉरोअर्स के लिए लोन और सस्ता हो सकता है। अप्रैल 2017 के अंत तक होम लोन की ग्रोथ 13.4 पर्सेंट रही, जबकि बैंक लोन की ग्रोथ 4.3 पर्सेंट के साथ कई दशक में सबसे कम थी।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal