जयपुर।दुष्कर्म और दहेज पीड़िता के साथ सेल्फी लेने वाली राज्य महिला आयोग की सदस्य सौम्या शर्मा के इस्तीफे के बाद आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा पर कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है। जबकि इस विवाद पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी का फैसला भी हैरान करने वाला है।
सेल्फी में हंसते हुए दिख रही आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा
सेल्फी लेने वाली सौम्या गुर्जर से तो इस्तीफा ले लिया गया, लेकिन सेल्फी में हंसते हुए दिख रही आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा को क्लीन चिट दे दी। उधर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा की इस मामले में कोई गलती नहीं है। ना ही उन्होंने सेल्फी ली है। इसलिए उनसे इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। सौम्या गुर्जर द्वारा सेल्फी ली गई थी। उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। जबकि राष्ट्रीय महिला आयोग भी इस मामले में सुमन शर्मा को जिम्मेदार मान रहा है।
आयोग अध्यक्ष ने नहीं उठाया फोन
सेल्फी मामले में आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा से बातचीत करने के लिए देर रात तक फोन किए गए। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
सेल्फी मामले में आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा से बातचीत करने के लिए देर रात तक फोन किए गए। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
परनामी बोले-सुमन ने सेल्फी नहीं ली, हमने इस्तीफा नहीं लिया
क्लीन चिट देने की वजह
इसलिए क्लीन चिट : अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि सुमन शर्मा की इस मामले में कोई गलती नहीं है। न ही उन्होंने सेल्फी ली है।
अारोप : सेल्फी महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा की मौजूदगी में ली गई है। वे खुद सेल्फी में हंसते हुए दिखाई दे रही है।
अारोप : सेल्फी महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा की मौजूदगी में ली गई है। वे खुद सेल्फी में हंसते हुए दिखाई दे रही है।
रेखा शर्मा ने कहा : सुमन खुद सेल्फी में हैं, वह सदस्य को सेल्फी लेने से रोक सकती थीं, उन्हें इस्तीफा देना ही चाहिए
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रेखा शर्मा ने कहा कि सेल्फी प्रकरण में महिला आयोग की सदस्य सौम्या गुर्जर व अध्यक्ष सुमन शर्मा को चार जुलाई को दिल्ली बुलाया गया है। जो स्थिति है, उसमें सदस्य से ज्यादा अध्यक्ष जिम्मेदार है। वह खुद सेल्फी का हिस्सा है। वह सदस्य को सेल्फी लेने से मना कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। पीड़िता के साथ सेल्फी लेना इंवेस्टिगेशन का हिस्सा नहीं हो सकता है। अध्यक्ष को भी इस्तीफा देना चाहिए।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रेखा शर्मा ने कहा कि सेल्फी प्रकरण में महिला आयोग की सदस्य सौम्या गुर्जर व अध्यक्ष सुमन शर्मा को चार जुलाई को दिल्ली बुलाया गया है। जो स्थिति है, उसमें सदस्य से ज्यादा अध्यक्ष जिम्मेदार है। वह खुद सेल्फी का हिस्सा है। वह सदस्य को सेल्फी लेने से मना कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। पीड़िता के साथ सेल्फी लेना इंवेस्टिगेशन का हिस्सा नहीं हो सकता है। अध्यक्ष को भी इस्तीफा देना चाहिए।
इस्तीफे की मांग:नगर निगम जयपुर की पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष को पत्र लिखकर सुमन शर्मा के इस्तीफे की मांग की है। पूर्व महापौर ने पीडिता के साथ मुस्कारते हुए सेल्फी लेने को ना सिर्फ कानून का उललघंन बताया है। बल्कि पीडिता का अपमान भी बताया है। संवैधानिक पद पर बने रहने को गलत ठहराया है। इसलिए राष्ट्रीय महिला आयोग सुमन शर्मा से इस्तीफा मांगे। इस्तीफा नहीं दिए जाने पर उन्हें पद से बर्खास्त किया जाए।