तीन दिन पहले लालच दिलाने के झांसा देकर 1.32 लाख लेकर फरार चार ठगों में से तीन को एसओजी व पुलिस टीम ने दबोच लिया। हालांकि गिरोह का सरगना पुलिस की पकड़ से बाहर है।
तीनों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। मूल रूप से मुनस्यारी पिथौरागढ़ निवासी व हाल निवासी दिनेश राणा प्रापर्टी डीलर है। 23 जनवरी की सुबह उसे गोविंद नाम का पूर्व परिचित युवक मिला। गोविंद ने उससे एक पार्टी के जमीन खरीदने की बात कही।
गोविंद के फोन करने पर कुछ देर में एक कार से तीन लोग पहुंच गए। एक को सेठजी, दूसरे को मुनीम और तीसरे को खान कहकर पुकारा जा रहा था। उनकी बातों में आया दिनेश भी कार में बैठ गया और रामपुर रोड स्थित एक स्थान पर रुक गए। यहां बातों में लगाने के बाद सभी जुआ खेलने लगे और दिनेश को नौ लाख रुपये जीतने का लालच दिया। इसी दौरान मुनीम व गोविंद ने सेठ से कुछ देर में रुपये मिलने का झांसा देकर दिनेश के पास रखे 1.32 लाख रुपये मांग लिए। इसके बाद खाना खाने की बात कहकर पहले सेठ और मुनीम और फिर गोविंद और खान फरार हो गए।
पुलिस तक मामला पहुंचा तो दिनेश की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के साथ ही एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूड़ी ने एसओजी को भी लगा दिया। दिनेश को साथ लेकर ठगों को तलाश रही टीपीनगर चौकी पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम को तीनपानी में तीन संदिग्ध युवक खड़े दिखे। दिनेश ने तीनों ठगों को पहचान लिया। इसके बाद घेराबंदी कर तीनों को दबोच लिया गया। सीओ सिटी लोकजीत सिंह ने बताया कि पकड़े गए बदमाश गोविंद नाथ गोस्वामी निवासी जवाहर कालोनी, पंतनगर, आरिफ अलमी उर्फ खान निवासी ग्राम आमडंडा, बहेड़ी, बरेली व फिरोज अहमद उर्फ मुनीम निवासी ग्राम पुलबट्टा हैं।
जिसे सेठ के नाम से पुकारा जा रहा था, वह गिरोह का सरगना था। उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस के हत्थे चढ़े तीनों ठगों के पास से 25 हजार रुपये, दिनेश का पैन कार्ड व वोटर आइडी भी बरामद हुई है।