अफ्रीकी देश इक्वाटोरियल गिनी के प्रेसिडेंट तियोदोरो ओबियांग ग्यूमा का बेटा तियोदोरिन ओबियांग करप्शन के आरोप में शुक्रवार को कोर्ट में पेश हुआ। बता दें कि तियोदोरिन पर पहले भी करप्शन के आरोप लगे हैं, लेकिन वह हर बार अपने पिता की वजह से बच जाता है।

गिनी के प्रेसिडेंट तियोदोरो देश में ‘द बॉस’ के नाम से मशहूर हैं। तियोदोरो ने अपने अंकल का तख्तापलट कर देश की सत्ता संभाली थी, जिसमें काफी लोगों का खून भी बहा था। कहा जाता है कि तियोदोरो अपने दुश्मनों की खाल उतरवा देता है। उसे धरती का सबसे क्रूर तानाशाह कहा जाता है। 74 साल के तियोदोरो ने तीन दशक पहले अंकल से सत्ता हथियाई थी और उन्हें फायरिंग स्क्वॉयड से मरवा दिया था।1979 से वो देश की सत्ता संभाल रहे हैं।
देश पर उनका पूरा कंट्रोल
इस साल अप्रैल में दोबारा इलैक्शन के जरिए अपना कार्यकाल बढ़ाया। अपने पूर्वजों से उलट उन्होंने भले ही देश में कई पाबंदियां हटाई हैं, लेकिन देश पर उनका पूरा कंट्रोल है। एक प्रतिद्वन्दी ने बताया कि तियोदोरो ने कैसे एक पॉलिटिकल कमिश्नर को अपनी क्रूरता का शिकार बनाया था। दफनाने से पहले तानाशाह ने खाने के लिए उसके शरीर से लिवर, टेस्टिकल्स (अंडकोष) और ब्रेन तक निकाल लिया था। क्रूरता का सबसे बड़ा उदाहरण 2010 का वो मामला है, जिसमें तियोदोरो ने बेनिन में देश से भाग निकलने वाले 4 लोगों को अगवा करा लिया था।
खुद को ईश्वर का करीबी होने का भी दावा
इसके बाद उन्हें तब तक टॉर्चर किया गया, जब तक कि उन्होंने अपनी गलती नहीं कबूल कर ली। तियोदोरो खुद को ईश्वर का करीबी होने का भी दावा करता था, जिसका खुलासा उसके एक सहयोगी ने स्टेट रेडियो के शो में किया था। सहयोगी के मुताबिक, प्रेसिडेंट को इन हत्याओं के लिए कभी नर्क में नहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि वो ईश्वर के नुमाइंदे हैं। शो में उसने कहा था कि वो हर वक्त ईश्वर के कॉन्टैक्ट में रहते हैं और ईश्वर से ही उन्हें ताकत मिलती है। ह्यूमन राइट एक्सपर्ट्स ने उन्हें जिम्बॉब्वे के प्रेसिडेंट रॉबर्ट मुगाबे से भी घटिया शासक का तमगा दिया है। एमेनेस्टी इंटरनैशनल के मुताबिक, बुनियादी आजादी के लिए भी इस शासन में कोई सम्मान नहीं है।
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