हैदराबाद। केंद्र सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष आर्थिक पैकेज देने से इनकार करने के फैसले का प्रदेश में तीखा विरोध हो रहा है। गुरुवार को राजनैतिक दलों और छात्र संगठनों ने प्रदेश भर में ‘रास्ता रोको’ प्रदर्शन और रैलियों का आयोजन किया। केंद्र सरकार के पुतले भी जलाए गए। केंद्र के फैसले के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के दफ्तरों का घेराव कर उन्हें बंद रखा। प्रदर्शनकर्ताओं का गुस्सा सत्ताधारी TDP और BJP पर भी फूटा। दोनों दलों पर प्रदेश को धोखा देने का आरोप लगाया जा रहा है। मुख्य विपक्षी दल YSR कांग्रेस और वामदलों ने शनिवार को प्रदेश बंद बुलाया है। विरोध प्रदर्शनों के कारण प्रदेश विधानसभा का कार्यवाही भी गुरुवार को रोकनी पड़ी। विपक्ष सदन में विशेष राज्य के दर्जे पर बहस की मांग कर रहा था। नेल्लोर में विरोध करते छात्रों ने प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग करते हुए सड़कों पर भीख मांगी। YSR कांग्रेस के अध्यक्ष जगमोहन रेड्डी ने हैदराबाद में मीडिया से कहा, ‘विशेष दर्जा हमारा अधिकार है और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू प्रदेश के लोगों के अकेले प्रतिनिधि नहीं हैं। वित्तमंत्री अरुण जेटली के बयान में आंध्र को विशेष दर्जा दिए जाने का जिक्र नहीं था, इसके बावजूद CM नायडू ने उनके बयान का स्वागत किया। यह माफ किए जाने लायक नहीं है। प्रदेश के युवाओं के भविष्य और रोजगार अवसरों के लिए विशेष दर्जा बेहद जरूरी है।’ प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख एन रघुवीरा रेड्डी ने भी शनिवार को लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्गों को बंद करने की अपील की। उधर TDP और BJP ताजा घटनाक्रम के मद्देनजर सुरक्षात्मक रवैया अपना रहे हैं।
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