उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने के लिए पेट्रोल और डीजल पर कराधान की समीक्षा किए जाने की आवश्यकता है, क्योंकि कीमतें ऑल टाइम हाई पर पहुंच गईं हैं। यह बात एचपीसीएल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश कुमार सुराना ने कही है।
उन्होंने कहा, एक के बाद एक लगातार दसवें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा हुआ है, वहीं अंतरराष्ट्रीय कीमतों की तुलना में घरेलू कीमतों के बेंचमार्क स्तर पर आने की कोई स्थिति नहीं बनती दिख रही है। सुराना ने कहा कि वो बढ़ती कीमतों पर चर्चा के लिए पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान या सरकार के किसी भी अन्य व्यक्ति की ओर से बुलाई गई किसी भी बैठक से अवगत नहीं थे।
आपको बता दें कि करीब तीन हफ्तों तक सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में परिवर्तन नहीं किया था। कर्नाटक चुनाव के मद्देनजर 24 अप्रैल 2018 से 13 मई 2018 तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं हुआ था। वहीं करीब 21वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतें यानी 14 मई को परिवर्तित हुईं थीं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “हमें समय-समय पर (ऐसी) स्थिति को संभालने के तरीकों को ढूंढना चाहिए। ऐसे में ईंधन पर कराधान की समीक्षा करने की आवश्यकता है।” वहीं राज्यों से भी अपील की गई है कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए राज्यों को वैट में कमी करनी चाहिए।
दिल्ली में 77 के पार पहुंची कीमत, जानिए अपने शहर का हाल
राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत थमने का नाम नहीं ले रही है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बीते 10 दिनों से बढ़त जारी है। राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल के दाम 77.17 रुपये प्रति लीटर हैं, वहीं मुंबई में आज एक लीटर पेट्रोल की कीमत 84.99 रुपये है। यह पेट्रोल का ऑल टाइम हाई स्तर है। अगर मेट्रो शहरों मे डीजल की बात करें तो दिल्ली में डीजल के दाम 68.34 रुपये प्रति लीटर हैं, वहीं मुंबई में दाम 72.76 रुपये प्रति लीटर है। यह डीजल का ऑल टाइम हाई स्तर है।
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