नई दिल्ली। कंप्यूटरों की खरीद में 50 करोड़ के कथित घोटाले से जुडे मामले में सीबीआई ने सीएम केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। राजेंद्र कुमार के अलावा चार अन्य लोगों संदीप कुमार, दिनेश कुमार, तनुम शर्मा और अशोक कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई इस घोटाले में राजेंद्र कुमार को किंगपिन बता रही है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार निचले स्तर पर उतर आई है। यह दिल्ली सरकार को बदनाम करने की साजिश है। दिल्ली सरकार के काम करने वाले अधिकारियों को हटाया जा रहा है। केंद्र सरकार राजनीतिक द्वेष की भावना से कदम उठा रही है।राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर सीबीआई के छापे के बाद आप सरकार और केंद्र सरकार के बीच तीखा आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। अधिकारी के खिलाफ आरोप हैं कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों के दौरान दिल्ली सरकार के विभागों से ठेके दिलाने में एक खास कंपनी को लाभ पहुंचाया। एक निजी कंपनी को 2007 से 2009 के दौरान पांच ठेकों में कथित तौर पर 9.5 करोड़ रुपए का लाभ पहुंचाने के आरोप में राजेंद्र कुमार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा और भ्रष्टाचार निवारण कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।