हापुड । सोमवार को आखिरकार एचपीडीए ने क्षेत्र की सबसे बडी मीट फैक्टरी रेबन फूडस को बिना नक्शा स्वीकृति के चलाने के मामले में सील कर दी है।
वहीं सील की इस कार्रवाई को प्रदूषण विरोधी एवं जन कल्याण चेतना कमेटी ने कार्रवाई को नाकाफी बताते हुए फैक्टरी का बिजली कनेक्शन काटे जाने के अलावा पुलिसकर्मी तैनात करने की मांग की है। इधर, इस फैक्टरी मालिक के गांव मोरपुर में लगे प्लांट की भी जांच कराने की मांग प्रशासन से की है।
कई दिन से रेबन फैक्टरी का मामला मीडिया में उछालने के बाद आखिरकार सोमवार की दोपहर को एचपीडीए के अफसरों ने एसडीएम सदर डॉ। अजय श्रीवास्तव, सीओ शैलेंद्र राठौर व पुलिस बल के साथ रेबन फैक्टरी के गेट पर सील लगा दी। सील लगाने के दौरान वहां कुछ मीट कारोबारियों ने हंगामा भी किया लेकिन सील की कार्रवाई की गई।
एचपीडीए के अधिशासी अभियंता अजीत त्यागी ने कहा कि बिना नक्शा स्वीकृत किए चल रहे फैक्टरी के मुख्य गेट पर सील लगाकर उस पर नोटिस भी चस्पा कर दिया गया। यदि सील गैर कानूनी तरीके से तोडी गई तो फैक्टरी संचालक के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी तरफ एचपीडीए की इस कार्रवाई को लेकर प्रदूषण विरोधी एवं जन कल्याण चेतना कमेटी ने असंतोष व्यक्त किया।
कमेटी के सचिव जयप्रकाश त्यागी ने कहा कि जिस फैक्टरी के गेट पर सील लगाए जाने की बात कही गई उसकी दो साइड तो खुली हुई है वहां से आवागमन आसानी से हो सकता है। यदि फैक्टरी को प्रशासन बंद कराना चाहता है तो इसकी बिजली की सप्लाई काट दी जाए क्योंकि बिना बिजली के फैक्टरी का चलना मुश्किल होगा। इसके अलावा कमेटी ने डीएम से कहा कि वह इस फैक्टरी की श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशु विभाग आदि से भी जांच कराई जाए।