आजमगढ़। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार बनने पर सभी ‘कत्लखानों’ को बंद करने का ऐलान करते हुए कहा कि वह प्रदेश में खून की नहीं बल्कि दूध और घी की नदियां बहाना चाहते हैं।
आजमगढ़ में शुक्रवार को एक चुनावी सभा में शाह ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में जिस दिन बीजेपी का मुख्यमंत्री शपथ लेगा, रात 12 बजे के पहले राज्य के सारे कत्लखाने बंद कर दिए जाएंगे।
अब तक प्रदेश में गाय, भैंस और भेड़ के खून की नदियां बहाई गईं, हम भी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में नदियां बहें लेकिन खून की नहीं बल्कि दूध और घी की नदियां।’
शाह ने दावा किया कि यूपी में चारों ओर बीजेपी की आंधी दिखाई दे रही है। आने वाले चुनाव की समाप्ति के बाद दो तिहाई बहुमत से बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘पिछले 14 साल से सपा और बसपा के शासन ने प्रदेश को बर्बाद करके रख दिया है। न तो गांवों में 24 घंटे बिजली आती है, न दवाइयां सस्ती हैं, न महिलाएं सुरक्षित हैं और न ही व्यापारी सलामत हैं।
किसानों के धान की खरीद नहीं हुई, गन्ना किसानों को उनका बकाया धन नहीं मिला, लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कहते हैं कि काम बोलता है।’ साथ ही अखिलेश पर तंज कसा, ‘आप बेचारे अखिलेश से अन्याय मत कीजिए।
पूरे प्रदेश को उन्होंने हत्या, बलात्कार, चोरी, लूट, डकैती, फिरौती और अपहरण के मामले में नंबर वन बनाने का काम किया है। उनको (अखिलेश) लगता है कि यही काम है इसलिए कहते हैं काम बोलता है।’
शाह ने कहा, ‘हमने ऐसी सरकार दी, जिस पर ढ़ाई साल तक विरोधी भी दी जी पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा पाए। मेरे पास 93 योजनाओं की सूची है, जो मोदी सरकार ने गरीबों, पिछडों, दलितों, युवाओं, किसानों और गांवों के लिए बनाई हैं। सारी योजनाएं लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश की थी लेकिन इसे नहीं निभाया गया।
अपरिपक्व राहुल को क्यों थोप रहे
अमित शाह ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता शीला दीक्षित के बयान का हवाला देते हुए कहा कि राहुल अभी परिपक्व नहीं हैं। अगर परिपक्व नहीं हैं तो उत्तर प्रदेश पर क्यों थोपते हैं, ये प्रयोगभूमि है क्या? यहां सीखने के लिए किसी को भेजना है क्या ? उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश समस्याओं का दरिया है और समस्याओं का समाधान करने के लिए कलेजा चाहिए। उत्तर प्रदेश की समस्याओं का समाधान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार ही कर सकती है।