लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी में वंडर गर्ल के नाम से प्रसिद्ध हुई अनन्या वर्मा के मामले में शहर के जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी को समन जारी होगा। उन्हे यह समन राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग भेजेगा। बाल आयोग में पांच सितंबर को जिला विद्यालय निरीक्षक की पेशी थी जिसमें उन्हें अपना पक्ष रखना आयोग के सामने रखना था। लेकिन वह नहीं पहुंचे। इस संबंध में आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह का कहना है कि डीआईओएस को इस संबंध में अब समन जारी किया जाएगा।इस मामले पर डीआईओएस का कहना है कि सोमवार को शिक्षक दिवस कार्यक्रम में उनकी ड्यूटी थी जिसमें उन्हें ही सब इंतजाम करने थे। ऐसे में आयोग में उपस्थित होना संभव नहीं था। हालांकि हमने आयोग को एक लिखित जवाब भेज दिया है जिसमें अपना पक्ष लिखा है। इसके बाद अगर आयोग कहेगा तो मैं प्रत्यक्ष रूप से भी उपस्थित होकर अपना पक्ष रख दूंगा।
उम्र के मुताबिक हो अनन्या का प्रवेश
नवीं कक्षा में बोर्ड से अनन्या के दाखिले की सिफारिश कर चुके डीआईओएस भी पलट गए है। आयोग की ओर से अनन्या को नवीं कक्षा के लिए आयोग्य घोषित करने के बाद अब डीआईओएस भी कह रहे हैं बच्ची का दाखिला उसकी उम्र के मुताबिक होना चाहिए। उन्होंने अपने जवाब में भी आयोग को यही लिखकर भेजा है।इस संबंध में अनन्या के पिता तेज बहादुर का कहना है कि अब मैं अनन्या को स्कूल ही नहीं भेजुंगा। मैं अपनी बेटी को घर में रखकर पढ़ाउंगा। कई स्कूलों ने तेज बहादुर से कहा भी है कि वह उसकी बेटी को किसी भी क्लास में मुफ्त दाखिला देने के लिए तैयार है। वहीं कई लोग उसकी पूरी पढ़ाई का खर्च भी उठाने को तैयार है। लेकिन तेज बहादुर का कहना है कि स्कूल जाने से इसकी प्रगति धीरे होगी मैं घर में पढ़ाकर उसे जल्दी आगे बढ़ा सकता हूं।