लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के दो और विधायकों ने बगावती तेवर अपनाते हुए पार्टी प्रमुख मायावती के खिलाफ आवाज बुलन्द की। पार्टी विधायकों रोमी साहनी और बृजेश वर्मा ने पार्टी प्रमुख मायावती पर धन वसूली का आरोप लगाने के साथ ही दयाशंकर प्रकरण में पार्टी के रवैये पर भी अपनी गहरी नाराजगी जताई। बुधवार को लखनऊ के एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पलिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक रोमी साहनी और बिलग्राम के विधायक बृजेश वर्मा ने अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि बसपा के अंदर टिकट बेंचने का खूब खेल चल रहा है। जिसके कारण पार्टी की खूब बदनामी चल रही है। जिनके टिकट फाइनल हुए हैं उन सभी से दो से दस करोड़ रुपये की वसूली की गयी है।
गत 6 जुलाई को भी मायावती के कहने पर राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पलिया विधानसभा के लिए पांच करोड़ तथा मल्लावां विधानसभा सीट के लिए चार करोड़ की मांग की न देने पर किसी और को टिकट देने की धमकी दी गयी। कहा गया कि जो ज्यादा पैसा देगा टिकट उसी को दिया जाएगा। बसपा विधायकों ने आरोप लगाया कि पैसे से टिकट देने की बात अब पूरे समाज में फैल गयी है जिसके कारण क्षेत्र की जनता उन लोगों से टिकट मिलने की बात पर सवालिया निशान खडे़ कर रही है। जहां भी हम लोग जाते हैं लोग पूछते हैं कि टिकट हुआ कि नहीं, और कितने में हुआ ? यह नंगानाच पूरे प्रदेश में बसपा खुले आम कर रही है। इसके साथ ही बसपा विधायकों ने दयाशंकर सिंह प्रकरण में बसपा को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बसपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया उससे हम दोनों विधायकों को गहरा आघात पहुंचा है। दयाशंकर के कृत्य की सजा उनके बच्ची और पत्नी को नहीं मिलनी चाहिए। बसपा विधायकों ने कहा कि जो पैसा मायावती टिकट बेचने में ले रही है उस पैसे का उपयोग गरीब लड़कियों की शादी और शिक्षा में खर्च करना चाहिए।