लखनऊ। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन को विधानसभा चुनाव खर्च का ब्योरा पेश नहीं करना महंगा पड़ गए है। जिला निर्वाचन कार्यालय ने उन्हें नोटिस भेज पर स्पष्ट्रीकरण मांगा है।
इतना ही नहीं पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा, कैंट से सपा प्रत्याशी रही और मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अर्पणा यादव और इसी विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी योगेश दीक्षित और मोहनलालगंज सीट से अजेय पुष्पा रावत समेत आय-व्यय पेश नहीं करने वाले 21 प्रत्याशियों को भी नोटिस जारी किया गया है।
जिले की नौ विधानसभा सीटों पर 126 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। चुनाव परिणाम 11 मार्च हो घोषित हो चुका है। इसके साथ ही आयोग ने प्रत्याशियों को 30 दिनों के भीतर यानी 10 अप्रैल को आयोग की आय-व्यय अनुवीक्षण कमेटी के समक्ष अपना चुनाव खर्च का ब्योरा देने को कहा था।
इसके साथ ही चार और छह अप्रैल को प्रत्याशियों और उनके एजेंटों के साथ समाधान बैठक भी की थी। वहीं आयोग ने इस बैठक में यह भी बताया था कि किसी विधिमान्य कारणों के चलते अगर प्रत्याशी तय अवधि के भीतर खर्च का ब्योरा पेश नहीं करता है, तो जिला निर्वाचन अधिकारी इस सम्बंध में प्रत्याशी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
इसके बाद भी 21 प्रत्याशियों ने आय-व्यय का ब्योरा पेश नहीं किया। इतना ही नहीं प्रत्याशियों ने जिला निर्वाचन को पेश नहीं करने का कारण भी नहीं बताया। जिस पर आयोग ने ऐसे प्रत्याशियों को नोटिस भेज स्पष्टीकरण मांगा है।
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