हाल ही में फेसबुक और कैम्ब्रिज एनालिटिका का डेटा लीक मामला पुरे विश्व भर में चर्चा का विषय रहा है. अब इन मामलो को लेकर ब्रिटेन की सूचना रेगुलेटर एक बार फिर से फेसबुक पर जुर्माना लगा रही है. दरअसल जांच में पाया गया है कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के लिए वोटरों का डेटा चोरी कर उन्हें चुनाव में फायदा पहुंचाया है.
इस मामले में जांच कर रही ब्रिटिश सूचना आयुक्त एलिजाबेथ डेनम कहा है कि कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ इन मामलों में फेसबुक का भी हाथ सामने आया है. यही कारण है कि पिछले महीने यूएस और ईयू के द्वारा फेसबुक के सीईओ को तलब किया गया था और उनसे कई सारे सवाल भी किए गए थे.
राजनीतिक कैम्पेन के लिए इन मामलों में फेसबुक की इस हरकत के लिए उस पर 5 लाख पाउंड (4.56 करोड़ रुपये) जुर्माना लगाया जा रहा है. हालाँकि 590 बिलियन डॉलर वाली इतनी बड़ी कम्पनी के लिए 5 करोड़ रुपए की रकम शायद बेहद ही कम है. वहीं इन जांच के बाद अगर फेसबुक की मिलीभगत प्रत्यक्ष रूप से बाहर आती है तो हो सकता है फेसबुक पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही