परीक्षणों के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल कर चुकी ट्रेन 18 जनवरी को कॉमर्शियल यात्रा की तैयारी के वास्ते एक अन्य परीक्षण के लिए शनिवार को रात 12 बजकर 55 मिनट पर इलाहाबाद रवाना होगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मध्य जनवरी में इस ट्रेन को रवाना किए जाने की संभावना है.
उम्मीद है कि यह ट्रेन 665 किलोमीटर की यात्रा 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से छह घंटे 20 मिनट में पूरी कर सुबह सात बजकर 20 मिनट पर पावन नगरी पहुंचेगी. यह समय उस समय से करीब दो घंटे कम है जो राजधानी एक्सप्रेस इस सफर को तय करने में लेती है. वापसी में यह ट्रेन उसी दिन दो बजे वहां से रवाना होगी और दिल्ली रात आठ बजकर 25 मिनट पर पहुंच जाएगी.
अधिकारी ने कहा कि रेलवे यह पक्का कर लेना चाहता कि जब यह ट्रेन चलने लगे तब कोई मुद्दा नहीं रहे और चाहता है कि जिस रूट पर यह ट्रेन चले, उसमें कोई दिक्कत न हो. अधिकारी ने यह भी बताया कि ट्रेन में कुछ इलेक्ट्रिक दिक्कतें हैं जिन्हें ट्रेन को चलाए जाने से पहले दूर किए जाने की जरूरते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, 24 जनवरी को आयोजित होने वाली प्रवासी भारतीय दिवस के लिए कुंभ मेले से प्रतिनिधियों को गणतंत्र दिवस के लिए ट्रेन- 18 का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे पहले, रेलवे सुरक्षा के मुख्य कमिश्नर ने ट्रेन की अधिकतम 160 किमी/घंटा की स्पीड को लेकर हरी झंडी दिखाई थी लेकिन इसमें 20 शर्तें भी जोड़ी गई हैं. ट्रैक से जुड़ी भी शर्ते है. सीसीआरएस ने 130 किमी की स्पीड के लिए पर ट्रेन को चलाने का सुझाव दिया है ताकि दुर्घटना से बचा जा सके.