नई दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने देश में महंगी मोबाइल सेवाओं के लिए पुरानी दूरसंचार कंपनियों को जिम्मेदार बताया है। जियो व एयरटेल के बीच जारी विवाद व जुबानी जंग के बीच जियो के प्रवक्ता ने एक बयान में दावा किया है कि पुरानी दूरसंचार कंपनियां, ग्राहकों से अधिक शुल्क वसूल रही हैं।
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली जियो ने एयरटेल पर पलटवार करते हुए कहा है कि जियो पर नि:शुल्क सेवा देने का इल्जाम लगाकर एयरटेल मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा है कि एयरटेल ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) में शिकायत की है कि रिलायंस जियो अपनी सेवाओं की मुफ्त पेशकश से दूरसंचार क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा समाप्त करने की कोशिश कर रही है।
बयान में जियो ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा है कि ‘उसके पास अत्याधुनिक आईपी आधारित प्रौद्योगिकी है जिस कारण वह अपने ग्राहकों को नि:शुल्क वायस काल सुविधा दे पा रही है।’ इसके अनुसार रिलायंस जियो अपनी अत्याधुनिक व नयी प्रौद्योगिकी का फायदा निम्न शुल्क दरों के रूप में ग्राहकों का देना चाहती है लेकिन पुरानी कंपनियां उसे रोकने के लिए जुटी हैं।
इस बीच दूरंसचार विवाद निपटान एवं अपीलीय न्यायाधिकरण (टीडीसैट) ने रिलायंस जियो की मुफ्त पेशकश पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से स्पष्टीकरण मांगा है। टीडीसैट ने ट्राई से पूछा है कि क्या जियो ने अपनी दो मुफ्त पेशकशों वेलकम ऑफर और हैपी न्यू ईयर ऑफर के बारे में नियामक और ग्राहकों को यह सूचना दी थी कि दोनों योजनाओं में अंतर है। पिछले सप्ताह ट्राई ने इस मामले में जियो को क्लीन चिट देते हुए कहा था कि उसकी मोबाइल सेवाओं पर मुफ्त कॉलिंग तथा डाटा प्लान प्रचार की पेशकशों के लिए नियामकीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन नहीं है।