लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी के भीतर हुए युद्ध में चाचा शिवपाल और भतीजा अखिलेश यादव के तीर—कमान के शांत होने के बाद उनके समर्थकों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। सपा कार्यालय पर मुखिया मुलायम सिंह यादव के सामने ही सपा नेताओं ने अमर सिंह के खिलाफ नारेबाजी की और उनके पोस्टर फाड़े। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गायत्री प्रजापति को मंत्री परिषद से बर्खास्त किया तो मुलायम सिंह यादव ने हैरानगी जाहिर की और कुछ घंटो के भीतर ही अखिलेश के समाजवादी पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष के पद को शिवपाल यादव को दे दिया। बीते पांच दिनों तक समाजवादी पार्टी में युद्धशैली की तरह बयानबाजी हुई और इस दौरान शिवपाल सिंह यादव के समर्थकों ने अखिलेश विरोधी नारे भी लगाये। अखिलेश यादव ने सपा मुखिया मुलायम से मुलाकात की और अपना पक्ष रखा। जिसके बाद पार्टी में बाहरी व्यक्ति के हस्तक्षेप से गलतफहमियां पनपने की बात सामने आयी। शनिवार को समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के बाहर जुटे सैकड़ों अखिलेश समर्थकों ने पुन: प्रदेश अध्यक्ष पद पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लाने की मांग उठायी तो कुछ देर के भीतर वहां कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने पहुंचे मुलायम के सामने ही अमर सिंह विरोधी नारेबाजी की और पोस्टर फाड़कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। वहीं अमर सिंह के पोस्टर को फाड़ने के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मुलायम सिंह, अखिलेश यादव के पक्ष में भी नारेबाजी की। इस दौरान अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल के आवास पर भोजन करने पहुंचे।
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