भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्रियों यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के राफेल डील में घोटाले के लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री के बयान को विश्वसनीय माना जाना चाहिए न कि उनके बयान को जिन्हें जॉब नहीं मिली।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्षी एकता पर फिर तंज कसा। शाह ने कहा कि भले ही मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता के बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं और बार-बार कहा जा रहा है कि मोदी सरकार के लिए चुनौती मिलने वाली है लेकिन अविश्वास प्रस्ताव और राज्यसभा उपसभापति चुनाव में जो हुआ, वह सबने देखा है।
वह एक्सिस माई इंडिया के सीएमडी प्रदीप गुप्ता द्वारा लिखी किताब ब्लू प्रिंट फॉर एन इकोनॉमिक मिरकल की रिलीज के बाद बोल रहे थे। शौरी और सिन्हा के आरोपों पर भाजपा नेता अक्सर कहते रहे हैं कि 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद से दोनों नेता सरकार में कोई पद या अहमियत नहीं दिए जाने से आहत हैं और इसलिए ऐसे आरोप लगाते रहते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे इन दोनों नेताओं ने आरोप लगाया था कि राफेल डील बोफोर्स से बड़ा रक्षा घोटाला है।
भाजपा अध्यक्ष ने फिर दोहराया कि पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में 2014 की तुलना में बड़ी जीत दर्ज करेगी। लोगों ने अपना मन बना लिया है। हम अपनी जीत पर कोई संदेह नहीं है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल करेगी। उन्होंने 2019 के लोकसभा में चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 में से 22 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने का भी दावा किया।
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