चंडीगढ़। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक आशुतोष महाराज की समाधि का सच जानने के लिए गठित डॉक्टरों की टीम ने महाराज के शरीर की जांच की निरीक्षण रिपोर्ट शुक्रवार को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सौंपी और मामले की सुनवाई 9 नवम्बर तक टाल दी गई। हाईकोर्ट ने पटियाला मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा बीएल भारद्वाज के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम गठित कर महाराज के शरीर की स्थिति व उसके देखभाल को लेकर रिपोर्ट मांगा था।
गौरतलब है कि महाराज का शरीर करीबन ढ़ाई साल से फ्रीजर में हैं जबकि उनके अनुयायी उनके गहन समाधि में होने की बात करते रहे हैं। डॉक्टरों ने 29 जनवरी 2014 को उन्हें क्लीनिकल डेड घोषित कर दिया था। इसके बावजूद अभी पूरी तरह से फैसला नहीं हो पाया है कि शरीर का क्या किया जाए।