ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन का मानना है कि आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों में पर्याप्त क्षमता है कि वे भारत के करिश्माई कप्तान विराट कोहली को अपनी गेंदबाजी से ‘परेशान’ कर सकें। पेन ने साथ ही अपने तेज गेंदबाजों से अपील की कि वे छह दिसंबर से एडिलेड में शुरू हो रही चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान अधिक ‘भावुक’ नहीं हों।
पेन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर हमारा तेज गेंदबाजी आक्रमण अपने कौशल के अनुरूप प्रदर्शन करता है तो वे उसे (कोहली को) परेशान कर पाएंगे।’
उन्होंने कहा, ‘कभी कभी जब हम काफी अधिक भावुक हो जाते हैं तो हम अपनी राह से थोड़ा भटक सकते हैं। मुझे यकीन है कि ऐसा समय भी आएगा जब वे तूफानी गेंदबाजी कर रहे होंगे। लेकिन हमें अपना धैर्य बरकरार रखने की जरूरत है जिससे कि हम अपने कौशल के अनुरूप काम कर सकें।’
स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर एक-एक साल के प्रतिबंध के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की बदलती टीम संस्कृति पर काफी चर्चा हो रही है। कोच जस्टिन लैंगर ने भी मैदान पर प्रतिस्पर्धी होने के साथ-साथ सिद्धांतों के शीर्ष पर भी होने के महत्व पर बल दिया है।
कोहली इससे पहले भी दो बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर चुके हैं और आम तौर पर आक्रामक रुख अपनाने वाले भारतीय कप्तान ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी श्रृंखला में मैदान पर छींटाकशी की शुरुआत उनकी ओर से नहीं होगी।
पेन ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी को उनकी टीम कोहली को निशाना बनाने से नहीं हिचकिचाएगी लेकिन वे अपना काम सतर्कता के साथ करेंगे। पेन ने कहा, ‘मैंने जो देखा है उसके अनुसार वह ऐसा व्यक्ति है जिसे इस तरह की चीजें पसंद हैं।’
उन्होंने कहा, ‘अगर ऐसा समय आया कि हमें उसे कुछ बोलने की जरूरत होगी तो मुझे लगता है कि हमें उसे कुछ कहना होगा, मुझे यकीन है कि हम ऐसा करेंगे। अगर हम उसके खिलाफ अच्छी गेंदबाजी कर रहे होंगे और उसे परेशान कर रहे होंगे तो मुझे नहीं लगता कि हमें उसे कुछ बोलने की जरूरत है।’’
पेन ने कहा कि जब तक हद पार नहीं होती तब तक कोहली से आमने सामने के मुकाबले में कोई दिक्कत नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ी उस तरीके से खेलें जो उनके अनुकूल है। अगर आप ऐसे खिलाड़ी हैं जिसे कोहली जैसे किसी खिलाड़ी के साथ आमने सामने का मुकाबला पसंद है तो आपकी मर्जी।’
पेन ने कहा, ‘लेकिन मुझे नहीं लगता कि हद पार करने की जरूरत है और मुझे नहीं लगता कि जिन खिलाड़ियों को आम तौर पर ऐसा करना पसंद नहीं है उन्हें इसकी शुरुआत करने की जरूरत है।’