रोड चौड़ीकरण के लिए शहर में मंदिरों को तोड़ने के तरीके के विरोध में राष्ट्रीय ¨हदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को इंदिरा भवन के मुख्य गेट पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सरदार पटेल मार्ग स्थित परिसर के मुख्य द्वार पर तालाबंदी भी कर दी। इससे वहां अफरातफरी की स्थिति रही। सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स बुला ली गई।
महानगर अध्यक्ष अंकुर पांडेय के नेतृत्व में कार्यकर्ता दोपहर में करीब 12 बजे इंदिरा भवन पहुंचे और मुख्य गेट पर ही धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं का कहना था कि इलाहाबाद विकास प्राधिकरण ने कुछ दिनों पहले राजरूपपुर में मंदिर तोड़ दिया था, तब प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि मंदिर तोड़े जाने के लिए जो अधिकारी दोषी हैं, उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी लेकिन ऐसा किया नहीं गया।
करीब दो बजे तक चले धरना-प्रदर्शन और तालाबंदी के बाद एक प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया गया। एडीए सचिव अजय कुमार अवस्थी ने सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार कनौजिया, अपर सचिव गुडाकेश शर्मा, विशेष कार्याधिकारी आलोक कुमार पांडेय आदि की उपस्थिति में प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की। उन्होंने प्रकरण की जांच के लिए कमेटी गठित करने और दोषी मिलने पर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। वार्ता में संगठन के मंडल अध्यक्ष सत्येंद्र दूबे सत्या, महासचिव निशांत रस्तोगी, संयोजक ओपी दूबे, अभय सिंह, भानु प्रताप तिवारी आदि शामिल रहे। उधर एडीए के सचिव की ओर से सिविल लाइंस थाने में 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के तहत तहरीर दी गई है।