इंदौर। शहर की मुस्लिम महिलाएं इस्लामी शरीअत कानून की हिफाजत (रक्षा) के लिए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के समर्थन में जोरदार तरीके से आगे आई और भारी तादाद में हस्ताक्षर अभियान में शामिल हुई।
इसमें मुस्लिम समाज की इंजीनियर, डॉक्टर, वकील और बड़ी संख्या में पढ़ी लिखी महिलाओं ने हस्ताक्षर अभियान में अपनी भागीदारी दर्ज कराई।
सदर बाजार मेनरोड का जौहर की नमाज बाद मॉडर्न मदरसा जामिआ फातिमा और बेबाक इबारत के नेतृत्व में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। जिसमें सभी महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि हम शरीअत में तब्दीली नहीं चाहते हैं और शरीअत कानून से पूरी तरह संतुष्ट हैं।
पार्षद जुलेखा कादरी ने कहा कि भारत में हर धर्म के मानने वालों को धर्म पर चलने की पूरी स्वतंत्रता संविधान ने दी है। सामिआ अली ने कहा कि इस्लामी शरीअत के तमाम अहकाम खासतौर पर तलाक, खुला, फस्ख और विरासत के दीनी अहकाम से पूरी तरह संतुष्ट है।