लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सरकार तमाम अभियान और आंदोलनों का सहारा लेती है लेकिन फिर भी कुछ लोग जागरूक नहीं हो पाते हैं. इन दिनों तो सोशल मीडिया जनता तक सभी जानकारी पहुंचाने का सबसे अच्छा और महत्वपूर्ण जरिया बन चुका है. सोशल मीडिया कई अभियानों को पूरी दुनिया तक पहुंचा देता है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है #MeeToo अभियान. इस अभियान के तहत महिलाओं ने एक साथ होकर यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाई थी. लेकिन इसी कोशिश में एक महिला को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा.
ये महिला स्वीडन की रहने वाली है जिसका काम है मैक्सिन बजोर्क. मैक्सिन को तब लोगों को गुस्से का सामना करना पड़ा जब उन्होंने अपनी एक अजीबो गरीब तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. दरअसल मैक्सिन ने मासिक धर्म के खून को अपने शरीर पर लगा लिया और इसी के साथ एक तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर कर दी जो मिनटों में वायरल हो गई. इस बारे में मैक्सिन बजोर्क का कहना है कि ‘वह लोगों को महिलाओं से जुड़ी समस्याओं के प्रति जागृति और घृणा न करने के लिए जागरूक करना चाहती थी.’
लेकिन मैक्सिन की हरकत उनके 44 हजार इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को पसंद नहीं आई और उन सभी ने मैक्सिन की जमकर क्लास ले ली. इतना ही नहीं लोगों ने तो मैक्सिन की इस हरकत के बाद उन्हें मानसिक रूप से बीमार करार दिया गया. लेकिन मैक्सिन ने भी इससे नाराज होकर लोगों पर पलटवार किया और लिखा कि ‘यह दिलचस्प है कि लोग ये स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं हर व्यक्ति की सोच अलग-अलग होती है. मैं नहीं कहती कि आप मेरी तरह सोचें या मेरी तरह के काम करें. मेरा उद्देश्य सिर्फ इतना है कि आप वो करें जो आपका दिल करे और इसी के लिए मैं लोगों को प्रेरित करना चाहती थी.’ आपको बता दें मैक्सिन का पूरा इंस्टाग्राम अकाउंट ही उनकी ऐसी तस्वीरों से भरा हुआ है.