एक्सप्रेस वे के किनारे लगे फुव्वारों की टोंटियों को भी चोर खोलकर ले गए. अंडर पास के अंदर लगी लाइट भी चोर खोलकर ले गए हैं. मवीकलां से सरफाबाद जंगल के बीच भी चोरियां हुई हैं. इस संबंध में सोनीपत और दूसरे संबंधिक थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है. चोरी गया कुछ सामान भी पुलिस ने बरामद किया है. डासना से कुंडली के बीच भी जगह-जगह सामान चोरी गया है.’
पीडी कान्याल ने बताया कि एक्सप्रेस वे की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए किनारे पर लगाई गईं इंडिया गेट, सारनाथ, कुतुबमीनार आदि की लिपिकाएं लगाई गई हैं. इसी में से एक इंडिया गेट की लिपिका को कुछ शरारती तत्वों ने नुकसान पहुंचाया है. खास बात ये है कि ये सभी चोरियां 15 दिन के अंदर ही हुई हैं.
एक्सप्रेस-वे शुरु लेकिन सुरक्षा के इंतजाम नहीं
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन जरूर हो गया, लेकिन यह अभी आधा अधूरा है। वाहनों के लिए इसे खोला जा चुका है। जबकि इसकी फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। टोल प्लाजा तक बनकर तैयार नहीं है।
कब शुरू होगी ये जनसुविधाएं
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वालों के लिए खास सुविधाओं का इंतजाम रहेगा। 135 किमी में आठ जगह हाइवे नेस्ट होंगे, इनमें जलपान और खानपान की सुविधाएं मिलेगी। आठ सोलर पॉवर प्लांट लगाए गए हैं। एक्सप्रेस-वे के बराबर में पेट्रोल पंप, मोटल्स, रेस्ट एरिया, वॉश रूम, रेस्टोरेंट, दुकानें और रिपेयर सर्विस रहेगी, लेकिन अभी तक न तो यह सुविधाएं शुरू हुई है और न ही सुरक्षा के कोई इंतजाम हैं।
एक्सप्रेस-वे पर नजर आते हैं ये स्मारक
एक्सप्रेस-वे पर देश के 32 स्मारकों की लिपिका हैं। अशोक स्तंभ, कोणार्क मंदिर, जलियावाला बाग, अशोक चक्र, गेटवे ऑफ इंडिया, कुतुबमीनार, चार मीनार, लाल किला, कीर्ति स्तंभ, इंडिया गेट, हवा महल और गुजरात कार्विंग की प्रतिकृति स्थापित की गई है। एक्सप्रेस-वे पर सोनीपत के सेवली गांव में 170 फुट ऊंचा टोल प्लाजा बनाया गया है।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर ये है खास
– 135 किमी लम्बा है.
– पलवल, फरीदाबाद, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और बागवत को जोड़ता है.
– 6 इंटरचेंज, 4 फ्लाई ओवर, 71 अंडरपास, 6 आरओबी और हिंडन-यमुना नदी पर दो बड़े पुल हैं.
– सोलर पॉवर की सुविधा वाला पहला एकसप्रेस वे है.
– पौधों के लिए ड्रिप सिंचाई प्रयोग करने वाला पहला एक्सप्रेस वे है.