उत्तर कोरिया के साथ परमाणु मुद्दे पर जारी गतिरोध सुलझाने के वैश्विक प्रयासों के बीच दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया सोमवार को उच्च-स्तरीय शांति वार्ता करने जा रहे हैं. दक्षिण कोरिया ने कहा कि आज होने जा रही वार्ता का मकसद उन शांति समझौतों पर अमल के तौर-तरीके तलाशना है जिनकी घोषणा पिछले महीने प्योंगयांग में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेइ-इन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के बीच हुई शिखर वार्ता में हुई थी. 
मून और किम ने आर्थिक सहयोग बहाल करने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी. उन्होंने अपनी सड़कों और रेलवे के संपर्क के लिए इस साल के अंत तक एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू करने का भी फैसला किया था. उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने पारंपरिक सैन्य खतरों में कमी लाने के उपायों की भी घोषणा की थी. शांति वार्ता में दक्षिण कोरिया का प्रतिनिधित्व चो म्योंग-ग्योन और उत्तर कोरिया का प्रतिनिधित्व री सोन ग्वोन कर रहे हैं.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, पोम्पिओ ने कहा, ‘‘वह जितनी जल्दी संभव हो, दूसरा अमेरिका-उत्तर कोरिया शिखर सम्मेलन कराने को लेकर चेयरमैन किम से सहमत हैं.’’ हालांकि, इस संबंध में अभी तारीख या जगह तय नहीं है. बयान के अनुसार, पोम्पिओ और किम ने उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों, वहां पर अमेरिकी सरकार की उपस्थिति और इसके बदले में अमेरिका द्वारा उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की.
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal