उद्योगपतियों के साथ फोटो खिंचाने से परहेज करने वाले बाद में जाकर उनसे मिलते हैं. हम ऐसा कोई काम पर्दे के पीछे नहीं करते हैं, जिससे हमें सामने दिक्कत हो. देश के विकास में उद्योगपतियों का भी उतना ही योगदान है जितना किसानों और कामगारों का है.
लखनऊ के इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में चल रहे ग्राउंड ब्रेकिंग समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अपने विपक्षियों पर कटाक्ष करने से नहीं चूके. उत्तर प्रदेश में निवेश की की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उद्योगपतियों के साथ फोटो खिंचाना कोई ग़लत काम नहीं है. बहुत से लोग ऐसे हैं जो सामने तो फोटो खिंचाने से मना कर देते हैं लेकिन बाद में मिलने की कोशिश करते हैं.
अपनी इस बात को कहने के दौरान प्रधान मंत्री ने तीसरी कतार में बैठे हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह का नाम लिया और कहा कि अमर सिंह सब जानते होंगे. बताते चलें कि मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रीत्व काल के दौरान कई बड़े उद्योगपतियों और फिल्मी सितारों को उत्तर प्रदेश लाने में अमर सिंह की अहम भूमिका मानी जाती थी. प्रधानमंत्री का निशाना उत्तर प्रदेश में उनके मुख्य विपक्षी दल, बसपा-कांग्रेस-सपा रहे.
अपने भाषण की समाप्ति के बाद अमर सिंह से प्रधान मंत्री ने मुलाकात भी की. अमर सिंह को उत्तर प्रदेश की राजनीति में कोई बड़ा जननेता तो नहीं माना जाता है, लेकिन कई नेताओं के गुप्त रहस्यों की चाभी उनको जरूर समझा जाता है. अमर सिंह के खुलासे गाहे-बेगाहे राजनीति और मीडिया में हंगामा मचाते रहते हैं.
आगामी चुनाव को लेकर निवेश की बात करने लखनऊ आए प्रधानमंत्री का उनका नाम लेना कहीं ना कहीं कोई इशारा तो देता ही है. खैर प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि जिनकी नीयत साफ़ होती है उसे किसी के साथ खड़े होने और फोटो खिंचाने से कोई डर नहीं होता है.