सिंगापुर एक्सचेंज (एसजीएक्स) ने कहा है कि आर्बिट्रेटर यानी आर्बिट्रेशन के पीठासीन अधिकारी ने उसे एसजीएक्स निफ्टी कांट्रेक्ट में ट्रेडिंग अगस्त के बाद भी जारी रखने की अनुमति दी है। सिंगापुर एक्सचेंज ने एक बयान में बताया कि एसजीएक्स और इंडिया इंडेक्स सर्विसेज एंड प्रोडक्ट्स लिमिटेड (आइआइएसएल) के बीच चल रही आर्बिट्रेशन प्रक्रिया में 14 जून को पीठासीन अधिकारी ने आर्बिट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद के कम से कम दो महीनों के कांट्रेक्ट की अनुमति दी जानी चाहिए। हालांकि एसजीएक्स को न्यू इंडिया इक्विटी डेरिवेटिव्स उत्पाद लांच न करने का भी निर्देश दिया गया है।
11 अप्रैल को एसजीएक्स ने इस तरह के उत्पाद लांच करने की अनुमति दी थी। एसजीएक्स के अनुसार इस मामले में आर्बिट्रेशन प्रक्रिया जारी है और सबूतों पर सुनवाई अगले साल के शुरू में चालू होने की उम्मीद है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की इंडेक्स कंपनी आइआइएसएल को राहत देते हुए एसजीएक्स के न्यू इंडिया डेरिवेटिव्स उत्पाद लांच करने पर रोक लगा दी गई थी। दोनों कंपनियों के बीच मामला 23 मई से चल रहा है।
क्या है मामला: आइआइएसएल से मिले लाइसेंस के अनुसार एसजीएक्स को अगस्त तक एसजीएक्स निफ्टी कांट्रेक्टों में कारोबार की अनुमति थी। तीन भारतीय बाजारों एनएसई, बीएसई और मेट्रोपोलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया ने फरवरी में विदेशी बाजारों में भारतीय शेयर सूचकांकों में ट्रेडिंग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की घोषणा की थी। इन तीनों एक्सचेंजों ने लिक्विडिटी के विदेशी बाजारों में प्रवाह को रोकने के लिए संयुक्त प्रयास के तहत यह कदम उठाया था। एसजीएक्स ने एनएसई के निफ्टी इंडेक्स में ट्रेडिंग शुरू करने की घोषणा की। उसने भारत की 50 शीर्ष कंपनियों में सिंगल स्टॉक फ्यूचर्स में ट्रेडिंग की बात कही थी। इसके बाद भारतीय शेयर बाजारों को एकजुट होकर कदम उठाना पड़ा।