भारत हमेशा अफगानिस्तान का एक अच्छा दोस्त रहा है। सालों से आतंकवाद से जूझ रहे अफगानिस्तान की भारत ने हर संभव मदद की है। फिर चाहे अफगान की संसद का निर्माण हो या फिर वहां के छात्रों को स्कॉलरशिप देना। भारत के इन प्रयासों का ही नतीजा है, जिसकी वजह से अफगान के कई लोग आज अपने पैरों पर खड़े हैं। इन्हीं में से एक हैं ब्रेशना मुसाजिया।
मुसाजिया साल 2016 में तालिबानी आतंकियों का शिकार हो गई थीं। उन्होंने बताया, ‘जब 2016 में मुझ पर हमला हुआ था, तब मैंने कुछ समय के लिए उम्मीद छोड़ दी थी। मुझे लगता था कि अब मैं कभी बिस्तर से नहीं उठ पाऊंगी, कभी यूनिवर्सिटी जाकर अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सकूंगी। काफी लंबे समय तक मैं बिस्तर पर रही थी। तालिबानियों ने मेरी एक टांग में तीन गोलियां मारी थी, जिसके बाद मेरी पूरी जिंदगी ही बदल गई।’
भारत द्वारा अफगानिस्तान में किए जा रहे विकास कार्यों का लाभ मुसाजिया को भी मिला। वह कहती हैं, ‘अफगानिस्तान के लोग भारत से बेहद प्यार करते हैं। भारतीय सरकार अफगानिस्तान की काफी मदद करती है। भारत द्वारा छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाती है, वहीं विकास कार्यों के लिए काफी निवेश भी किया जा रहा है।’ वह कहती हैं कि हम लोग काफी खुशनसीब हैं कि भारत हमारा दोस्त है।