नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बड़ी संख्या में करदाताओं की तरफ से आ रही शिकायतों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को प्रौद्योगिकी के माध्यम से इन मामलों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
“प्रगति”- आईसीटी आधारित “प्रो-एक्टिव प्रशासन और समय पर क्रियान्वयन”के लिए बहुविध मंच के माध्यम से 15वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री मोदी ने आयकर प्रशासन द्वारा संबंधित शिकायतों के संचालन एवं समाधान की दिशा में प्रगति की समीक्षा की। करदाताओं की बढ़ती शिकायतों पर उन्होंने कहा कि इस दिशा में एक तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए।
हर महीने राज्यों के शीर्ष अधिकारियों के साथ होने वाली प्रगति बैठक में उन्होंने ‘प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना’ के क्रियान्वयन की दिशा में प्रगति की समीक्षा भी की। बैठक में बताया गया कि अब तक 12 खनिज समृद्ध राज्यों से 3214 करोड़ रुपए की राशि एकत्रित की गई है और आने वाले समय में एक बहुत बड़ी राशि एकत्रित होने की उम्मीदें है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से इस धनराशि का उपयोग करने के लिए प्रणाली बनाने की दिशा में काम करने की अपील की, जिससे की उन खनिज समृद्ध राज्यों के आदिवासियों सहित पिछड़े समुदायों को फायदा मिल सके।
बैठक में प्रधानमंत्री ने राजस्थान, असम, मेघालय, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में सड़क, रेलवे और बिजली क्षेत्र में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की।