नई दिल्ली। करवा चौथ का व्रत केवल सौभाग्यवती स्त्रियों को ही करने का अधिकार है। हिंदू धर्म में करवा चौथ नारी के जीवन का सबसे अहम दिन होता है जिसे भारतीय सुहागिन स्त्रियां एक पर्व के रूप में मनाती हैं। पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखकर शाम को चांद निकलने पर पूजा-अर्चना की जाती है, लेकिन दिनभर व्रत के दौरान अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान देना बेहद जरूरी है। कई महिलाएं गर्भवती भी होकर भी करवा चौथ का व्रत रहती हैं। उन्हें भी कई सावधानियों को बरतने की जरूरत है।
करवा चौथ के दौरान पानी न पीने से डीहाइड्रेशन होने की आशंका रहती है। वहीं, पूरे दिन खाना न खाने से हाइपोग्लाइसिमिक शुगर का स्तर गिरना होने की आशंका रहती है। इससे गर्भस्थ शिशु को पौष्टिक आहार नहीं मिल पाता है। गर्भवती महिलाएं व्रत ना रखें तो अच्छा है। इसके बाद भी वह व्रत रखना चाहती हैं तो ध्यान रखने की जरूरत है।