चामराजनगर : जिले में शुक्रवार को प्रसाद खाने के बाद करीब 80 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। और वही उनमें से 11 लोगो की मौत हो गई, जबकि 72 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। 12 की हालत गंभीर है, इनका मैसूर के अस्पताल इलाज चल रहा है। फॉरेंसिक लैब के अधिकारियों ने जांच के लिए प्रसाद के सेंपल लिए हैं।
मृतकों के परिवार को पांच लाख की आर्थिक सहायता
राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि फूड प्वॉइजनिंग की दुर्भाग्यपूर्ण घटना कामगेरे गांव में हुई। मरीजों के इलाज के लिए मंड्या और मैसूर में अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं। इलाज के जरूरी इंतजामों और 108 एम्बुलेंस सर्विस पर अधिकारी नजर रख रहे हैं। सरकार ने मृतकों के परिवार के लिए पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।
कौए और अन्य पक्षी भी मृत
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एक चश्मदीद ने बताया कि मंदिर में पूजा के बाद लोगों को प्रसाद के तौर पर चावल का पुलाव बांटा गया था। जिसमें मिट्टी के तेल की गंध आ रही थी। हालांकि, लोगों ने इसे नजरअंदाज कर खा लिया। इसके बाद कुछ लोगों को उल्टियां होने लगीं और वे बेहोश हो गए। आनन-फानन में लोगों को स्थानीय अस्पतालों तक पहुंचाया। मंदिर के आसपास प्रसाद खाने वाले कौए और अन्य पक्षी भी मृत मिले।
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