सपा के कद्दावर नेता और रामपुर से विधायक आजम खान ने प्रियंका गांधी को कांग्रेस के महासचिव नियुक्त किए जाने के बाद कांग्रेस को सुझाव दिया है. नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि वोट कटवा का काम कांग्रेस न करें. अगर कांग्रेस ने ऐसा किया, तो उन्हें भी कांग्रेस पार्टी की असली शक्ल जमात के सामने दिखानी पड़ेगी.
प्रियंका गांधी के एक्टिव पॉलिटिक्स में आने पर रामपुर में आजम खान बोले कि यह कहना गलत है कि वे अब एक्टिव पॉलिटिक्स में आई हैं. तीन राज्यों में सरकार आ गई है तो एक्टिव का नाम दे दिया गया. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में ‘वोट कटवा’ का काम न करे. ये मेरी धमकी नहीं सुझाव समझें. आजम खान ने कहा कि राहुल और प्रियंका से कोई सवाल जवाब नहीं चाहिए. हमें जब भी जवाब चाहिए होगा, कांग्रेस से चाहिए होगा.
महागठबंधन पर आजम खान ने कहा कि देश की बड़ी आबादी का कोई प्रतिनिधित्व नहीं था. सबका एजेंडा सॉफ्ट हिंदुत्व का हो गया. उन्होंने कहा कि हम बोल रहे हैं कि हमारा वोट का अधिकार खत्म करें, फिर किसी मुद्दे पर कोई विवाद नहीं होगा.
वहीं, चुनाव ईवीएम से करने वाली बात पर भड़के आजम खान कहा कि चुनाव आयोग केंद्र सरकार के अधीन है. वो, वही करेगा जो केंद्र सरकार कहेगी. उन्होंने कहा कि देश के सामने चुनाव आयोग की हैसियत क्या है? वही होगा जो देश की जनता चाहेगी, लेकिन उसके लिए जय प्रकाश नारायण चाहिए.
साधुओं की पेंशन मामले पर आजम खान ने यूपी के सीएम का नाम लिए बिना कहा कि वो यूपी के मालिक हैं, जो दिल चाहे करे. लेकिन, कुंभ नहीं सके. उन्होंने कहा कि कुंभ 2019 में महाकुंभ से 5 गुना ज्यादा खर्च हुआ. आस्था के इस पर्व को राजनीति का पर्व बना दिया. लेकिन लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है.