मुंबई । महाराष्ट्र में BMC चुनावों के बाद कांग्रेस और शिवसेना के बीच नजदीकियों की अटकलें हैं। हालांकि, कांग्रेस का एक धड़ा इसके विरोध में है।
पूर्व सांसद और महाराष्ट्र में पार्टी के बड़े नेता गुरुदास कामत इसके विरोध में खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि यदि कांग्रेस ने शिवसेना का साथ दिया तो जनता कांग्रेस को माफ नहीं करेगी।
शनिवार को कामत ने एक बयान जारी कर कहा, ‘बीएमसी में शिवसेना से गठबंधन या अप्रत्यक्ष समर्थन के विचार पर भी मैं कड़ी आपत्ति जाहिर करता हूं।
हम दोनों ही भगवा दलों के बंटवारे की नीति के खिलाफ लड़े। यदि हमने उनसे जुड़ने की कोशिश भी की तो जनता हमें माफ नहीं करेगी। उन्हें खुद ही इस समस्या का समाधान करने दें।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने विचार से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी अवगत करा दिया है।
ये वही भजपा है जिसने महाराष्ट्र में जब शिव सेना ने बिधानसभा समर्थन नही दिया था तब बीजेपी ने ओवैसी और शरद पवार की मदद से बहुमत साबित किया था ।
बीएमसी में शिवसेना को 84 सीटों पर जीत मिली हैं। उसे चार निर्दलियों का समर्थन मिल रहा है। इन चार में से तीन शिवसेना के बागी रहे हैं। कांग्रेस के 31 और एनसीपी के 9 प्रत्याशी जीते हैं।
इन्हें मिलाकर 128 का आंकड़ा बनता है। बहुमत के लिए 114 कॉर्पोरेटर का समर्थन चाहिए। दूसरी ओर, बीजेपी के 82 कॉर्पोरेटर चुनकर आए हैं। चंद निर्दलियों के अलावा उसे किसी और का समर्थन नहीं मिल रहा है।
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