नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लक्षित हमलों पर राहुल गांधी की ‘दलाली’ वाली टिप्पणी पर आज उनकी आलोचना करते हुए सियासी दलों से अपने मतभेदों को अलग रखने तथा प्रधानमंत्री के साथ खडे होने की गुजारिश की।
केजरीवाल लक्षित हमलों पर अपनी टिप्पणी को लेकर खुद भी निशाने पर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बहादुरी से अभियान चलाने और नियंत्रण रेखा के पार स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट करने का श्रेय सशस्त्र सेना के जवानों को दिया जाना चाहिए और इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।
केजरीवाल ने कहा हमारे सैनिकों ने बहादुरी से लक्षित हमले किए और आतंकी ठिकानों को तबाह किया। मैंने इसके लिए पहले भी सेना को मुबारकबाद दी थी और एक बार फिर देना चाहता हूं। मैं राहुल गांधी की उस टिप्पणी की कडी निंदा करता हूं जिसमें उन्होंने सेना की कुर्बानी और बहादुरी को ‘खून की दलाली’ बताया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ मैं ऐसे शब्दों के इस्तेमाल की निंदा करता हूं। मैंने सदन में भी और वीडियो संदेश में भी कहा था कि सीमा पर तनाव है। समूचे देश को अपने राजनीति मतभेदों को अलग रखकर सेना के पीछे खडा होना चाहिए और सुरक्षा के संबंध में प्रधानमंत्री के कदमों का समर्थन करना चाहिए।
इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। संयोग से केजरीवाल भी उस समय विवादों में आ गए थे जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लक्षित हमलों पर पाकिस्तान के अभियान को ‘उजागर’ करने की मांग की थी। भाजपा ने आप प्रमुख की टिप्पणी को सबूत मांगने के बराबर और सेना का अपमान बताया था।