लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सवाल किया है कि केन्द्र सरकार ने यूपीए शासनकाल में आवंटित धन से प्रतिवर्ष 1 लाख करोड़ रूपये अधिक उ0प्र0 को दिया है अखिलेश यादव हिसाब दे कि पैसा कहां गया, चाचा शिवपाल के खाते में या गायत्री प्रजापति के खाते में।
उन्होंने यूपी के डीजीपी को हटाने की मांग करते हुए कहा कि अधिकारियों की तैनाती वरिष्ठता के आधार पर की जाये तथा चुनाव में केन्द्रीय बलों को लगाया जाये।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर बुधवार को प्रेसवार्ता में मौर्य ने कहा कि सपा-कांग्रेस और बसपा तीनों मिलकर भी चुनाव लड़े तब भी भाजपा के विजय रथ को नहीं रोक सकते है।उन्होंने
कहा कि अखिलेश यादव ने जिस घोटाले में मंत्री को भ्रष्ट बताकर मंत्री मण्डल से बर्खास्त किया था, सुल्तानपुर की चुनावी रैली में उसे ही जिताने की अपील करके आए है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अवैध खनिज खनन में अरबों को घोटाला हुआ है और इस घोटाले से मुख्यमंत्री कार्यालय भी बरी नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में कोई कार्यवाही नहीं की। मायावती शासनकाल के कई मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे जिनसे संबन्धित लोकायुक्त की रिपोर्ट पहुंचने के बाद भी अखिलेश यादव ने कार्यवाही नहीं की।
यादव सिंह प्रकरण भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण है तथा लोक सेवा आयोग में अनिल यादव के खिलाफ लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों बावजूद उन्हें पद से नहीं हटाया गया, कोर्ट को ही उन्हें हटाना पड़ा।
मौर्य ने कहा कि गुण्डागर्दी भ्रष्टाचार के चलते उप्र. का विकास नहीं हो सकता। सपा के रहते जमीनों पर कब्जे नहीं रूक सकते। विकास के वादे अखिलेश यादव अकेले नहीं गिना पा रहे थे इसलिए राहुल गांधी को बुला लिया लेकिन उप्र. के विकास में बिजली के खम्बों का पता नहीं है।
सड़क का पता नहीं है, हास्पटिलों में दवा नहीं है, डाक्टर नहीं है। भर्तियों में भ्रष्टाचार है, जाति और धर्म के आधार पर भर्तिया की गयी यही सपा का विकास है।
उन्होंने कहा कि कांगे्रस ने नारा दिया था 27 साल यूपी बेहाल और फिर कांगे्रस, साइकिल पर सवार हो गयी। कांग्रेस तो पहले ही डूब चुकी है अब सपा के जहाज को डूबने से कोई नहीं बचा सकता।
सपा परिवार के हाई वोल्टेज ड्रामें से जनता को भरमाने का काम किया लेकिन उनका असली चेहरा जतना के सामने है। हाइवें पर महिलाओं की आबरू सुरक्षित नहीं है, अपराध पर नियंत्रण नहीं है।
मौर्य ने कहा कि उप्र के पुलिस महानिदेशक समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी बनकर काम कर रहे है और भाजपा के चुनावी कार्यक्रमों में व्यवधान डाला जा रहा है तथा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है।
जिलाधिकारियों के प्रभाव से भाजपा के चुनावी अभियान में अड़चने डाली जा रही है। नयी तैनाती में भी अखिलेश यादव सरकार द्वारा पहले से ही रिजर्व रखी लिस्ट के आधार पर तैनाती हो रही है।
एक सवाल के जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का मामला आस्था का विषय है। वह चुनावी मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव तो हम विकास के मुद्दे पर लड़ रहे हैं।