गाजीपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद लौट रहे वाहनों पर शनिवार को एक स्थानीय पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पथराव कर दिया . इस पथराव में एक पुलिस सिपाही की मौत हो गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृत सिपाही के परिजनों को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता, एक परिजन को नौकरी तथा असाधारण पेंशन दिए जाने के निर्देश दिए हैं.
गाजीपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के कारण राष्ट्रीय निषाद पार्टी के कार्यकर्ता शहर में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे थे जिनको पुलिस प्रशासन ने रोक रखा था. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब प्रधानमंत्री शहर से चले गए तब पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर में कई जगहों पर जाम लगा दिया और रैली से लौट रहे वाहनों पर पथराव करने लगे.
सुरेश वत्स के सिर में लगा पत्थर
इस जाम को खुलवाने में जिले के थाना करीमुद्दीन पुर में पदस्थ सिपाही सुरेश वत्स (48) भी लगे हुए थे. पथराव में एक पत्थर सुरेश के सिर में भी लग गया और वह बुरी तरह से जख्मी हो गये. उन्हें तुंरत अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
एसएसपी के मुताबिक इस दौरान करीब 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है और वीडियोग्राफी की मदद से अन्य प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है. शहीद सिपाही सुरेश प्रतापगढ़ के रानीगंज के रहने वाले थे.
Earlier visuals from Ghazipur: 1 constable dead & 2 locals from the area injured in stone pelting allegedly by Nishad Party workers near Atwa Mor police station in Naunera area today. pic.twitter.com/FAGzcFSyUe
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 29, 2018
मुख्यमंत्री ने सुरेश वत्स के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया
उधर लखनऊ में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिपाही सुरेश के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उनकी पत्नी को चालीस लाख रूपये तथा उनके माता-पिता के लिये दस लाख रूपये की सहायता देने के निर्देश दिये है .
मुख्यमंत्री ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी तथा परिवार को असाधारण पेंशन दिये जाने के भी निर्देश दिये है . उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने गाजीपुर के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दोषियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए है.
गौरतलब है कि आज दोपहर गाजीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम था .