लखनऊ। नगर में पांच सितंबर से गाजे-बाजे के साथ गणपति बप्पा विराजने जा रहे हैं। पंडाल सजकर पूरी तरह से तैयार चुके हैं। पंडालों में बप्पा की मूर्तियां सज चुकी हैं। शुभ संस्कार समिति के ऋद्धि किशोर गौड़ ने बताया कि करीब साढे चार फुट से अधिक ऊंचाई के गणपति बप्पा को बकायदा इस बार टैंक रूपी चौकी पर विराजा जायेगा। वे आतंकवाद का शमन करें, इसके लिए उनके हाथों में एके-47 भी दी जायेगी। उनका परंपरागत वाहन मूषक भी रहेगा, लेकिन उनसे हर शाम पूजन आराधन में आतंकवाद के खात्मे की मनौती मांगी जाएगी। शहरियों को मिलने जा रही सबसे बड़ी सौगात लखनऊ मेट्रो के बारे में बखान के साथ नगर के सबसे भव्य गजानन भी विराजेंगे।
आईटी चौराहा स्थित नगर के सबसे बड़े पंडाल में बप्पा हजारों स्कवायर फिट के पंडाल में ‘मनौतियों के राजा’ सबसे नई थीम पर शहर में दस दिनों तक विराजेंगे। आयोजक मंडल के सतीश अग्रवाल ने बताया कि इस बार कोलकाता के कारीगरों ने 40 दिन में इस कमल के फूलनुमा वातानुकूलित व वाटरप्रुफ पंडाल को कड़ी मेहनत से तैयार किया है। पंडाल करीब 15 हजार वर्ग फीट का वातानुकूलित वाटरप्रुफ है। कोलकाता चंदन नगर की लाइटों से पूरा पंडाल जगमगाएगा। बताया कि बप्पा के दरबार में एक दिन मेट्रो को लेकर नाटिका का मंचन होगा कि कैसे शहरियों को सबसे बड़ी सौगात मिलने जा रही है। भक्त अपनी मनौतियों की चिठ्ठियां उन्हें सोशल मीडिया पर भी भेज कर मांग सकेंगे। उन्होंने बताया कि दरबार में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल राम नाईक भी दर्शन करने पहुंचेंगे।
हवाई जहाज से पहुंचे बप्पा-
अपने 26वें साल में होने जा रही पूजा में ‘अमीनाबाद के राजा’ इस बार भक्तों को जल संरक्षण का संदेश देंगे। बप्पा लोगों को भूगर्भ जल संरक्षण समेत तमाम प्रकार के जल संरक्षण का संदेश देंगे। पूजा समिति के अतुल अवस्थी ने बताया कि बप्पा से हर साल भक्त तमाम मनौतियां करते हैं। लेकिन इस बार बप्पा सबको जल संरक्षण करने का आशीर्वाद देंगे। बप्पा की विशालकाय प्रतिमा तैयार की जा चुकी है। दो भक्तों के बीच ड्रा होने के बाद लगभग 6 फुट के बप्पा पुणे से हवाई जहाज से लाए गए है। बप्पा की रोज आराधना पूजा के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां होंगी। उत्सव के तहत एक दिन 56 भोग भी लगाया जाना है।
पंडाल में होंगे कई सांस्कृतिक आयोजन-
अहियागंज टाटपट्टी छोटी बहू के ठाकुरद्वारे में भी बप्पा विराजेंगे। हर स्वरूप में उनकी पूजा होगी। कटरा, मकबूलगंज महाराष्ट्र समाज में भी बप्पा विराजेंगे। समाज के कार्यवाह दीपक अभ्यंकर ने बताया कि 5 से 15 सितंबर तक आयोजन होंगे। स्थापना के बाद हर दिन आयोजन होंगे। फैंसी ड्रेस आयोजन, जादू शो, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों समेत तमाम आयोजन होंगे। हर दिन पूजन के बाद प्रसाद बंटेगा।
इन जगहों पर विराजेंगे –
नजीराबाद, कैसरबाग, नरही, पीली कोठी, हुसैनगंज, मड़ियांव, हुसैनगंज समेत कई स्थानों पर बप्पा के विराजने को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है। पंडालों में तीन से 10 दिन तक बप्पा के विराजने और प्रतिमाओं के आकार और शाम के आयोजनों को लेकर तैयारियां चल रही हैं। बप्पा के विसर्जन को लेकर आयोजकों में संशय है। रामाधीन सिंह मैदान गणपति पूजा पंडाल के आयोजन से जुड़े सतीश अग्रवाल ने बताया कि गोमती सौंदर्यीकरण का काम जोरों पर चल रहा है। ऐसे में विसर्जन किस तरह से होंगे इसको लेकर संशय बना हुआ है। आयोजकों के मुताबिक हर साल उनके गणपति उत्सव के दौरान चार से पांच लाख तक लोग पहुंचते हैं।
40 दिन में तैयार हुआ गणेश पूजा पंडाल-
गणेश उत्सव को लेकर बाबूगंज स्थित रामाधीन सिंह उत्सव भवन मैदान पर गणेश पूजा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। रविवार को कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महामंत्री सतीश अग्रवाल ने बताया कि पंडाल में महिलाओं और पुरुषों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था है। श्री दुर्गा मंदिर समिति द्वारा जूता-चप्पल रखने की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के लिहाज से करीब 40 सीसीटीवी कैमरे पूरे परिसर और पार्किंग से लेकर सड़क तक लगाए गए हैं। पुलिस प्रशासन, निजी सिक्योरिटी गार्ड अधिक संख्या में मुस्तैद रहेंगे। अध्यक्ष राजेश बंसल ने बताया कि प्रसिद्ध शिल्पकार श्रवण प्रजापति द्वारा गंगाजी की मिट्टी से गणपति की लगभग छह फुट उंची मूर्ति तैयार की गई है। पंडाल का 10 करोड़ का इंश्योरेंस है। जिसमें भक्त, भगवान के जेवरात आदि शामिल हैं। मंत्री शरद अग्रवाल ने बताया कि स्वागत कक्ष पर एक चिट्ठी व पेन नि:शुल्क मिलेगा। जिस पर भक्त 108 बार उं गंग गणपते नम: लिखा जाएगा और उसे वहीं जमा करना होगा। गणपति बप्पा की मूर्ति के साथ इन चिट्ठियों को भी विसर्जित कर दिया जाएगा। गणेश प्रतिमा विसर्जन इस बार भी भूमि में ही होगा। जिससे कि गोमती नदी प्रदूषण मुक्त रहे। शीतल पेयजल की व्यवस्था दादी जी मंगल परिवार समिति की ओर से नि:शुल्क मिलेगी। रोजाना 30 से 35 हजार भक्तों के आने का अनुमान है। जिन्हें रोजाना प्रसाद वितरित होगा। शहर के प्रतिष्ठित मिष्ठान भंडारों द्वारा भोग के लिए मिठाई प्रतिदिन नि:शुल्क दी जाएगी। एक भक्त द्वारा 10 दिनों तक भगवान को चढ़ने वाले फल दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि समिति द्वारा इस आयोजन के सफल 10 वर्ष पूरे किए जा चुके हैं। यह 11वां वर्ष है। आरती सुबह नौ बजे से 10 बजे तक चलेगी। दिन भर भक्तों के लिए दरबार खुला रहेगा। पंडाल की पेंटिंग शीशा मुक्त होगी। जिससे भक्तों को नुकसान नहीं होगा। जिला और पुलिस प्रशासन इस बार अग्रसेन घाट पर गणपति बप्पा का भूमि विसर्जन की अनुमति नहीं दे रहा है। प्रशासन दूर-दराज इलाके में विसर्जन की अनुमति के लिए कह रहा है। गणपति बप्पा के भूमि विसर्जन शोभा यात्रा में 10 हजार भक्त हर बार शामिल होते हैं। कहीं दूर विसर्जन की अनुमति मिलने से शोभायात्रा की दूरी लंबी हो जाएगी। जिससे भक्तों और प्रशासन को भी दिक्कत होगी। भारत भूषण ने बताया कि यह गणपति पूजन यूपी में सबसे विशाल होता है। सभी आयोजन श्री गणेश प्राकट्य कमेटी की ओर से आयोजित होंगे। पहले दिन मूर्ति स्थापना, शृंगार एवं पूजन सुबह 9:30 बजे होगा। शृंगार एवं आरती रोजाना सुबह 10 बजे और शाम छह बजे होगी।
पांच थीम पर नृत्य नाटिका का रोजाना मंचन होगा
पंडाल में विकास, आतंकवाद, क्लीन इंडिया-ग्रीन इंडिया, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व अनेकता में एकता आदि प्रमुख हैं। थीम में यह भी रहेगा कि लखनऊ शहर में बप्पा मेट्रो पर सवार होकर आए। गणपति पूजन में शाम के सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम संजय नवीन बंधु कोलकाता व सिद्धू महाराज लखनऊ द्वारा होंगे। भजन एवं नृत्य लीलाएं रोजाना शाम सात बजे होंगी। 15 सितंबर को सुबह 10 बजे से शोभायात्रा निकाली जाएगी।
पंडाल में होंगे विशेष आकर्षण –
विशेष आकर्षण में छह सितंबर रात आठ बजे गजरा होगा। आठ सितंबर को दोपहर 12 बजे सिन्दूराभिषेक होगा। छप्पन भोग 10 सितंबर की रात आठ बजे से होगा। पाशाकुंश पूजन 11 सितंबर को दोपहर 12 बजे होगा। दूर्वाभिषेक 13 सितंबर को दोपहर 12 बजे से होगा। 14 सितंबर को दोपहर 12 बजे महाभिषेक और रात आठ बजे महामोदक का आयोजन होगा।