श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में शांति की बहाली के उद्देश्य से गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में एक सर्वदलीय शिष्टमंडल आज श्रीनगर पहुंचा। उम्मीद की जा रही है कि राज्य के इस दो दिवसीय दौरे के दौरान यह शिष्टमंडल विभिन्न वर्गों के लोगों से मुलाकात करेगा। इस शिष्टमंडल में 20 पार्टियों के 30 सदस्य शामिल हैं।
श्रीनगर के लिए रवाना होने से पहले सिंह ने कहा, ‘‘हमारा इरादा उन लोगों और समूहों से बातचीत करने का है जो कश्मीर घाटी में शांति और सामान्य हालात बहाल करना चाहते हैं। ” अलग-अलग पार्टियों से आने वाले नेताओं ने उम्मीद जताई कि घाटी में शांति की बहाली के लिए समाधान निकल जाएगा। आठ जुलाई को हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में हिंसक प्रदर्शनों और झडपों का सिलसिला शुरु हुआ है और इस दौरान 71 लोगों की मौत हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि शिष्टमंडल ‘‘सभी” की बात सुनने के लिए तैयार है और यह दौरा ‘‘कश्मीर के साथ-साथ देश के लिए भी लाभदायक होगा।” उन्होंने कहा कि हर कोई राज्य में शांति चाहता है। आजाद ने कहा कि यह सभी पार्टियों और कश्मीरी लोगों के बीच संवाद कायम करने का मौका है।
दल के एक अन्य सदस्य माकपा के महासचिव सीताराम येचूरी ने कहा कि सर्वदलीय शिष्टमंडल को दो महीने पहले ही यह दौरा करना चाहिए था लेकिन ‘‘हमें उम्मीद करनी चाहिए कि अब भी कोई परिवर्तन लाना संभव हो सकेगा।”