कानपुर। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह धम्म चेतना यात्रा’ के समापन समारोह के मौके पर शुक्रवार को कानपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी सरकार और मुलायम परिवार पर जमकर निशाना साधा।
शाह ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश चलाना किसी देश चलाने के बराबर है। उन्होंने तंज कसा कि अखिलेश जब अपना कुनबा ही नहीं संभाल पा रहे हैं तो वह प्रदेश क्या संभालेंगे।
घर की लड़ाई ही नहीं शांत हो रही, ऐसे में प्रदेश की कानून व्यवस्था और अत्याचार पर रोकथाम व जनता का क्या ख्याल रखेंगे।’’ कार्यक्रम का आयोजन पालिका स्टेडियम में किया गया। इसमें दलित समाज के लोगों को भी बुलाया गया था। इस दौरान धम्म चेतना यात्रा के 110 लोगों को बीजेपी चीफ ने सम्मानित भी किया।
उन्होंने कहा कि बौद्ध भिक्षुओं के आर्शीवाद से दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग एकजुट हुआ और उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकार बनी थी, मगर सत्ता में आते ही मायावती ने महात्मा बुद्ध के सिद्धांतों को भूलकर केवल धन उगाही को तवज्जो दी।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बौद्ध भिक्षुओं के आशीर्वाद से अबकी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। शाह ने सपा सरकार को कानून व्यवस्था के संबंध में आड़े हाथ लिया हालांकि उनके मुख्य निशाने पर बहुजन समाज पार्टी(बसपा) सुप्रीमो मायावती रही।
मायावती से पूछता हूं ?, जब कांशीराम ने आपको वारिस घोषित किया, तब आपकी और आपके भाई-बंधुओं की संपत्ति कितनी थी? आज आपकी संपत्ति कितनी है? दिल्ली में मायावती तक आवाज पहुंचनी चाहिए, जिन्होंने धम्म चेतना यात्रा का विरोध किया था। जिन्होंने मायावती को आशीर्वाद दिया था, वो सभी भदंत दुखी हैं। बीएसपी ने गरीबों, दलितों और पिछड़ों का कल्याण करने के लिए सरकार बनाई थी। मायावती की जमीन बढ़ी। सरकार बनी और भदंत वहीं का वहीं रह गया। सपा आती है तो प्रताडऩा और बीएसपी आती है तो शोषण होता है। बीजेपी आती है तो विकास होता है।
आजादी से आजतक कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर को अपमानित करने का काम किया. बीजेपी की जहां-जहां सरकार बनी, वहां-वहां हमने अंबेडकर का सम्मान किया। नरेंद्र मोदी ने चुन-चुनकर बाबा साहेब अंबेडकर के प्रतीक और स्मारकों का उद्धार किया।