नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सियासत यादव परिवार की खटास खत्म नहीं हो रही है। यूपी के सीएम अखिलेश यादव के पिता मुलायम और चाचा शिवपाल यादव से नाराजगी अब किसी से छिपी नही है। परिवार में इस झगडे की वजह से समाजवादी पार्टी अपना चुनाव प्रचार भी अभी शुरु नही हुआ है, हालांकि अब अखिलेश यादव ने कहा है कि वह किसी का इंतजार किए बगैर खुद चुनाव प्रचार शुरू करेंगे।
एक अंग्रेजी अखबार से बाचतीच में अखिलेश ने कहा कि बचपन में मुझे ही खुद अपना नाम रखना पड़ा था। उसी तरह मुझे लगता है कि चुनाव प्रचार भी मुझे ख़ुद ही करना पड़ेगा। मुझे कुछ वक्त के लिए मुश्किल हालात में फंसाया तो जा सकता है लेकिन हराया नहीं जा सकता। इस बातचीत में अखिलेश ने यह भी माना कि हाल की घटनाओं से चुनाव प्रचार में देरी हुई है। हालांकि परिवार में किसी मतभेद कि बात पूछने पर उन्होंने इनकार कर दिया है।
इसके साथ ही उन्होंने राज्य में दोबारा सरकार बनाने का भरोसा भी जताया। उन्होंने कहा, ‘मैं घमंड नहीं कर रहा हूं, लेकिन एक परफेक्ट बल्लेबाज की तरह जिसके बल्ले से रन निकलते रहते हैं और रिकॉर्ड बनते रहते हैं, मैंने और मेरी सरकार ने प्रदेश में जो विकास का काम किया है, उसके आधार पर हमें दूसरा मौका मिलना निश्चित है।’
यहां अखिलेश की बातों से यह साफ पता चलता है कि यूपी चुनाव में वह खुद को ही सीएम कैंडिटेट के रूप में देख रहे हैं। हालांकि उनके पिता एवं सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की बातों से कुछ और इशारा मिलता है। शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों ने मुलायम सिंह से जब पार्टी द्वारा अखिलेश यादव को सीएम कैंडिटेट बनाए जाने से जुड़ा सवाल पूछा गया, तो उन्होंने साफ कहा कि अभी यह तय नहीं है और चुनाव नतीजों के बाद पार्टी का संसदीय बोर्ड ही इस पर फैसला करेगा।